केंद्रीय बजट के बारे में जानें इंटरेस्टिंग फैक्ट्स

भारत का पहला बजट  भारत में 7 अप्रैल, 1860 को घोषित किया गया था.

केंद्रीय बजट 2016 तक फरवरी के अंतिम वर्किंग डे  पर प्रस्तुत किया जाता था.

1999 तक, केंद्रीय बजट शाम 5:00 बजे घोषित किया जाता था.

बजट पेश करने से एक सप्ताह पहले, 'हलवा समारोह' होता है.

इस समाहरोह में  वित्त मंत्री मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच 'हलवा' बाँटते  है.

हलवा समारोह 'लॉक-इन' अवधि की शुरुआत का प्रतीक है.

2021 में  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहला पेपरलेस बजट पेश किया.

2020-21 केंद्रीय बजट में सीतारमण ने सबसे लंबा दो घंटे और 42 मिनट तक भाषण दिया था.

पूर्व प्रधान मंत्री मोरराजी देसाई के नाम अब तक सबसे अधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड है.

उन्होंने 1962-69 अपने कार्यकाल के दौरान 10 बजट पेश किए.

1973-74 के बजट को ब्लैक बजट कहा गया, उस वर्ष राजकोषीय घाटा 550 करोड़ रुपये था.