उदयपुर में इन जगहों पर घूमें 

सबसे पहले जगदीश मंदिर जा सकते हैं। एक विशाल इंडो-आर्यन शैली का मंदिर, खूबसूरत दीवारें और स्तंभ कई शानदार नक्काशियों द्वारा सजाया गया है। कई अलंकृत मंदिर, छत की कला और गरुड़ प्रतिमा मंदिर के मुख्य आकर्षण हैं। मंदिर के अंदर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। ये मंदिर सिलावट वाडी में मौजूद है

जगदीश मंदिर

सिटी पैलेस 

महल की सुंदरता और म्यूजियम में रखी चीजों को देखने के लिए आपके पास कम से कम 2 घंटे होने चाहिए। यहां आप शीश महल, भीम विलास, बड़ी महल और मोर चौक देख सकते हैं। शाही आंगनों, झरोखों, रसोई, सजे हुए कमरों और सुंदर ज़ेनाना महल और अमर विलास को भी देखना बिल्कुल मिस न करें। यहां फोटोग्राफी की अनुमति है। सिटी पैलेस सिलावट वाडी में मौजूद है।

हाथी पोल में स्ट्रीट शॉपिंग

हाथी पोल उदयपुर का सबसे रंग बिरंगा बाजरा है, जहां आप जूती, कुर्तियां, बंधनी, हस्तशिल्प, मसाले, स्मृति चिन्ह, आदिवासी आभूषण, साड़ी, कपड़े आदि की शॉपिंग कर सकते हैं। भीड़ भाड़ से बचने के लिए आप दिन के समय यहां खरीदारी कर सकते हैं। ये बाजार चमनपुरा में मौजूद है।

 एकलिंगजी और सास बहू मंदिर

कलिंगजी मंदिर मेवाड़ के शासक देवता को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, और सहस्रा बहू मंदिर अपनी उत्कृष्ट नक्काशी, स्तंभों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर नागोडा गांव के पास स्थित है

अहार म्यूजियम

मेवाड़ के शाही स्मारकों को पुरातत्व अहार संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाता है, जो राजस्थान के इतिहास को समझने के लिए बेहद जरूरी है। म्यूजियम में पुरानी मिट्टी के बर्तनों और मूर्तियों का एक दुर्लभ संग्रह है, और प्राचीन भारतीय युग से खुदाई की गई कई वस्तुएं भी यहां रखी जाती हैं, जैसे खाइयां, फायरप्लेस, पत्थर और तांबे, लोहे की कलाकृतियां। म्यूजियम गणपति नगर में है।

पिछोला झील पर सूर्यास्त

पिछोला झील पर नाव की सवारी करते हुए आप आसपास के महलों और इमारतों और सबसे खूबसूरत चीज सूर्यास्त का शानदार नजारा देख सकते हैं। यहां आप प्राइवेट बोट भी ले सकते हैं जिसका किराया 4 हजार के आसपास है।

करणी माता मंदिर

फतेह सागर झील, पिछोला, सिटी पैलेस और अरावली पहाड़ों सहित रात में उदयपुर के आकर्षण के शानदार दृश्यों के लिए करणी माता मंदिर के लिए रोपवे का उपयोग करें। यकीन मानिए ये राइड आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगी, क्योंकि यहां का रात का नजारा लोगों को बेहद आकर्षित करता है।

सज्जनगढ़ पैलेस

उदयपुर की सरहद पर बसा यह महल मेवाड़ वंश का स्थल है। इस महल का नाम इसके संरक्षक महाराना सज्जन सिंह के नाम पर पड़ा। यह महल अरावली की पहाड़ियों की ऊँचाई पर बनाया गया ताकि मानसून के बादलों का पता लगाया जा सके और यही कारण हैं कि इसे मानसून महल भी कहा जाता है। 

सहेलियों की बाड़ी

फतह सागर झील के किनारे पर स्थित इस अत्यंत सौंदर्य पूर्ण बगीचे का निर्माण महाराणा संग्राम सिंह ने करवाया था। जैसा कि आप नाम से समझ पा रहे होंगे कि इसे उन सहेलियों के लिए बनवाया गया था जो विवाह के पश्चात राजकुमारी के साथ आई थी। फूलों की बिछी चादर,पानी के फव्वारें इस जगह को रमणीय बनाते है।

लेक पैलेस

ताज लेक पैलेस प्रसिद्ध पिछोला झील के किनारे स्थित है और हनीमून के लिए उदयपुर के सबसे अच्छे होटलों में से एक है। इस विशाल झील में कई द्वीप शामिल हैं, जिसमें झील महल भी शामिल है। यह रात के समय उदयपुर की सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है।