Ramchandraji Aarti: सभी भक्तों को श्रीराम के चरणों में सादर प्रणाम। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, जो सत्य, धर्म और आदर्श का प्रतीक हैं, उनकी आरती का यह शुभ अवसर हमारे जीवन में शांति, सौभाग्य और सद्गुणों का संचार करे। आइए, भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत होकर श्रीरामचन्द्र जी की आरती का गुणगान करें। श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं ।नवकंज लोचन, कंजमुख, करकुंज, पदकंजारुणं ।। श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं ।श्री राम श्री राम….कंदर्प अगणित अमित छबि, नवनीलनीरद सुन्दरं ।पट पीत मानहु तडीत रुचि शुचि…
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श्री सत्यानारयण जी की आरती | Satnarayan Bhagwan Aarti
Satnarayan Bhagwan Aarti: आज हम सभी भगवान श्री सत्यनारायण जी की आरती करेंगे। सत्य के मार्गदर्शक, कल्याण के प्रतीक और हमारी भक्ति के आधार, भगवान श्री सत्यनारायण जी को नमन करते हुए, आइए उनकी आरती गाएं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को धन्य बनाएं। ॐ जय लक्ष्मीरमणा स्वामी जय लक्ष्मीरमणा ।सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणारत्नजडित सिंहासन, अद्भुत छवि राजें ।नारद करत निरतंर घंटा ध्वनी बाजें ॥ॐ जय लक्ष्मीरमणा स्वामी….प्रकट भयें कलिकारण, द्विज को दरस दियो ।बूढों ब्राम्हण बनके, कंचन महल कियों ॥ॐ जय लक्ष्मीरमणा स्वामी…..दुर्बल भील कठार, जिन पर…
Read Moreश्री मायातीत विष्णु जी की आरती | Mayatit Vishnu Ji Aarti
Mayatit Vishnu Ji Aarti: जय श्री विष्णु! सभी भक्तों को प्रेमपूर्वक नमन। आइए, आज हम मायावी और सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु जी की आरती के इस शुभ अवसर पर उनकी महिमा का गान करें। भगवान विष्णु, जो संसार को संतुलन और स्थिरता प्रदान करते हैं, उनकी आरती से हमें जीवन में सद्भाव और समृद्धि की प्राप्ति हो। जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे।मायातीत, महेश्वर मन-वच-बुद्धि परे॥ जय जगदीश हरे आदि, अनादि, अगोचर, अविचल, अविनाशी।अतुल, अनन्त, अनामय, अमित, शक्ति-राशि॥ जय जगदीश हरे अमल, अकल, अज, अक्षय, अव्यय, अविकारी।सत-चित-सुखमय, सुन्दर…
Read Moreश्री हरि विष्णु जी की आरती | Hari Vishnu Aarti
आज हम सब भगवान हरि, श्री विष्णु जी की पवित्र आरती के लिए एकत्र हुए हैं। भगवान विष्णु, जो सृष्टि के पालनहार हैं, उनके चरणों में नमन करते हुए, हम उनकी कृपा और आशीर्वाद की कामना करते हैं। आइए, भक्ति और श्रद्धा के साथ उनके गुणगान करें और आरती का आनंद लें। ॐ जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे।भक्तजनों के संकट, छन में दूर करे॥ ॐ जय जगदीश हरे जो ध्यावै फल पावै, दु:ख बिनसै मनका।सुख सम्पत्ति घर आवै, कष्ट मिटै तनका॥ ॐ जय जगदीश हरे मात-पिता तुम मेरे,…
Read Moreश्री गणेश जी की आरती | Ganesh ji Aarti
सभी भक्तों को गणपति बाप्पा के चरणों में सादर नमन। चलिए, आज की इस पवित्र गणेश आरती में भगवान गणेश जी का स्मरण कर, उनके चरणों में अपना समर्पण व्यक्त करते हैं। बुद्धि, विवेक और समृद्धि के देवता, विघ्नहर्ता गणपति जी की आरती का यह शुभ अवसर हमारे जीवन को आनंद और सौभाग्य से भर दे। आरती प्रारंभ करें। 🙏 जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवामाता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय …एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥ जय …अंधन को आंख देत, कोढ़िन को…
Read More2025 के अलग अलग राज्य के बैंक अवकाश | Holidays 2025
भारत को विभिन्न त्योहारों और उत्सवों का देश माना जाता है। हर दिन देश के अलग-अलग कोनों में अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं। विभिन्न व्रत-त्योहारों की तरह, बैंक की छुट्टियों को भी ऐसा अवसर माना जाता है जब बैंक कर्मचारी अपने परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टी का आनंद ले सकते हैं। ये बैंक कर्मचारियों के लिए पूरे दिन की छुट्टियां होती हैं, जहाँ वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। कई अन्य त्यौहारी छुट्टियों की तरह, बैंक की छुट्टियां भी ऐसे अवसर होते हैं…
Read MoreHindu Festivals 2025 | 2025 में भारतीय त्योहार व बैंक अवकाश | Festivals Calendar 2025
भारत अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है, यहां हर त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। चाहे वह मुस्लिम, सिख, हिंदू या ईसाई हो, हर कोई त्योहारों के रंग में पूरी तरह डूबा होता है। इन विशेष अवसरों पर छुट्टियां भी मिलती हैं। नया साल करीब है, इसलिए हम आपको साल 2025 के त्यौहारों और बैंक अवकाशों की जानकारी दे रहे हैं। जनवरी त्यौहार 2025 दिन त्यौहार 1 बुधवार नया साल 6 सोमवार गुरु गोबिन्द जयन्ती 10 शुक्रवार तैलंग स्वामी जयन्ती 14 मंगलवार लोहड़ी, पोंगल, उत्तरायण,…
Read Moreहरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha
Hartalika Teej Vrat Katha: भाद्रपद की तीज को हरतालिका तीज व्रत किया जाता है। इसमें भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इनकी पूजा से महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है। श्री भोलेशंकर बोले- हे गौरी! पर्वतराज हिमालय पर स्थित गंगा के तट पर तुमने अपनी बाल्यावस्था में बारह वर्षों तक अधोमुखी होकर घोर तप किया था। इतनी अवधि तुमने अन्न न खाकर पेड़ों के सूखे पत्ते चबा कर व्यतीत किए। माघ की विक्राल शीतलता में तुमने निरंतर जल में प्रवेश करके तप किया। वैशाख की…
Read Moreसौभाग्य दशमी व्रत कथा | Saubhagya Dashmi Vrat katha | Suhag dashmi Vrat katha
सभी बहनों को जय जिनेन्द्र। आज बहुत अच्छा पर्व है सुहाग दशमी का पर्व।सभी बहनें अपने अपने स्वभाव के लिए। इस व्रत का धारण करती है। आइए सभी बहनों में स्वर्गदशमी का व्रत क्यों किया जाता है? कथा सुनाने जा रही हूँ। मेरी कथा को ध्यान से सुनिए और सभी बहनें इस कथा को सुनने से पहले अपने हाथ में। खड़े चावल बिना टूटे हुए 10 चावल रख लें। पूरी कथा सुनने के बाद ही इस। चावल को क्या करना है, मैं बताती हूँ आइए। कथा को सुनिए। एक नगर…
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