कानपुर अगर दिल की सेहत ठीक रखनी है तो कड़वा तेल दिन में तीन-चार चम्मच से अधिक न खाएं। दिल चाहे तो थोड़ा घी और मक्खन खा सकते हैं। रिफाइंड तेल न खाएं और बार-बार गर्म हुए तेल और घी का सेवन कतई न करें। ऐसे तेल और घी में ट्रांस फैटी एसिड बढ़ जाता है।रिफाइंडल तेल की हाई टेम्परेचर पर प्रोसेसिंग होने से इसके अंदर सेहत के तत्व एंटी आक्सीडेंट मर जाते हैं। यह बात शनिवार को अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली के विशेष डॉ. रमन पुरी ने आईएमएसीजीपी रिफ्रेशर कोर्स के छठवें दिन बताई। कार्यक्रम का आयोजन मेडिकल कालेज आडिटोरियम में किया गया है।
उन्होंने बताया कि आज भी देश में 50 फीसदी हृदय रोगी डाक्टर तक नहीं पहुंच पाते। बीमारी समझे बिना ही खत्म हो जाते हैं। हालत यह है कि 40 फीसदी हृदय रोगी 40 साल की उम्र से कम हैं और 30 साल से कम उम्र वाले हृदय रोगियों की संख्या 17 फीसदी है।
डॉ. पुरी ने बताया कि 20 साल से कम उम्र के बच्चों के लिपिड प्रोफाइल की स्क्रीनिंग कर लेनी चाहिए। कालेज में प्रवेश के वक्त छात्र-छात्राओं के ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्राल का रिकार्ड भी रखना चाहिए। इस संबंध में राष्ट्रीय नीति बने। इसके साथ ही हृदय रोग के रिस्क फैक्टर के संबंध में लोगों में जागरुकता पैदा की जाए।
-भारतीयों में अमेरिका के लोगों से चार गुना, चीन से सात गुना और जापान से 20 गुना अधिक हृदय रोग का खतरा
-व्यायाम से 50 फीसदी तक खून में चिकनाई (ट्राइग्लीसिराइड) कम की जा सकती है
-40-45 मिनट प्रतिदिन तेज चाल से चलना चाहिए
-तंबाकू से बने पदार्थ से परहेज करना चाहिए
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