पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज अब इस दुनिया में नहीं रहीं। दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा जी को रात 9.26 बजे सीने में दर्द की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती किया गया था।जहां डॉक्टरों की टीम के काफी प्रयासों के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।67 वर्षीय सुषमा जी पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रही थीं। मंगलवार को देर शाम दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने दस बजकर 50 मिनट पर आखिरी सांस ली।
पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, राहुल गांधी समेत देश-दुनिया के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। सुषमा जी के अंतिम दर्शन करने उनके आवास पहुंचे नरेंद्र मोदी जी भी रो पड़े , भावुक होते हुआ उन्होंने सुषमा जी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, भाजपा सांसद हेमा मालिनी , योग गुरु बाबा रामदेव सहित कई नेता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे।
अपने अच्छे व्यक्तित्व के चलते विदेशो में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुकी सुषमा जी के निधन पर रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इस मैत्रीपूर्ण देश के पूर्व विदेश मंत्री के निधन पर भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि सुषमा स्वराज के निधन से उन्हें गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं भारत के लोगों और सुषमा के परिवार के साथ हैं। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बहनजी सुषमा स्वराज के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुःख पहुंचा है। भारत के लोगों और उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री एस रब्बानी ने कहा कि मैं भारत के पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं। एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक शख्सियत के नुकसान पर भारत की सरकार और सरकार के प्रति गहरी संवेदना जिसने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया।
एक प्रखर नेता होने के साथ एक मुखर वक्ता तौर पर अपनी पहचान बनाने वाली सुषमा स्वराज सड़क से लेकर संसद तक और चुनावी मंचों से लेकर यूनाइटेड नेशन तक करोड़ों लोगो को अपने भाषणों से इम्प्रेस कर चुकी थी शुद्ध हिंदी में सजे और सधे हुए शब्दों से यूनाइटेड नेशन तक में उनके भाषणों ने करोड़ों लोगों के मन को छु लिया था । हिंदी में उनकी भाषा शैली इतनी कमाल की थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा में वह जब भी संबोधन करतीं तो पक्ष में या विपक्ष में हर कोई उनकी बातों को ध्यान से सुनता था।
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