देश में कई लोग दान पुण्य का काम अक्सर करते रहते है. वही ऐसे में देश के कई कारोबारी भी इस लिस्ट में शामिल है. देश दुनिया के कई अमीर लोग दान देते है. ऐसे लोगो में से कुछ को दुनिया में सबसे बड़े दानवीर की सूची में रखा जाता है. तो आइये आज जानते है दुनिया के ऐसे अरबपति लोगों के बारे में जो सबसे अधिक दानवीर माने गए है.
सबसे बड़े दानवीर की लिस्ट में पहले नंबर पर भारत के टाटा ग्रूप के फाउंडर जमशेदजी टाटा को रखा गया है. जमशेदजी टाटा को इस सदी का सबसे बड़ा दानवीर चुना गया है. रिपोर्ट के अनुसार जमशेदजी टाटा ने पिछले 100 सालों में 75 खरब 66 अरब 81 करोड़ 90 लाख रुपये (102.4 बिलियन डॉलर) दान किए हैं. इनमें से ज्यादातर दान स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए किया गया है. आपको बता दे कि जमशेदजी टाटा ने साल 1892 से दान देने की शुरुआत कर दी थी. वही रिपोर्ट के अनुसार जमशेदजी ने अपनी दो तिहाई संपत्ति ट्रस्ट को दे रखी है.
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और अध्यक्ष बिल गेट्स शामिल है. साल 1999 के बाद से, गेट्स ने वॉरेन बफेट के साथ अपना पैसा बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन में लगाया ये फाउंडेशन दुनिया के अग्रणी परोपकारी संगठनों में से एक है और मुख्य रूप से वैश्विक स्वास्थ्य सेवा, गरीबी, शिक्षा और सामान्य लोगों तक सूचना प्रौद्योगिकी की पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है. वही बिल गेट्स ने अब तक $40 बिलियन से अधिक रुपए दान दिए हैं.
दुनिया के सबसे धनी लोगों में से एक हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे भी दानवीर लोगो की लिस्ट में शामिल है. 2021 तक के डाटा के अनुसार वॉरेन बफे ने चैरिटी को करीब $37 बिलियन दिए हैं। इसके सिवा उन्होंने हाल ही में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, अपनी दिवंगत पत्नी के नाम पर बने सुसान थॉम्पसन बफे फाउंडेशन, और उनके बच्चों हॉवर्ड, पीटर और सूसी द्वारा गठित तीन धर्मार्थ संगठनों को बर्कशायर हैथवे स्टॉक में 2.9 बिलियन डॉलर दिए है.
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर जॉर्ज सोरोस है. रिपोर्ट के अनुसार जॉर्ज सोरोस ने अपने मानवाधिकार संगठन को $18 बिलियन का दान दिया है, जिसके कारण उन्हें दुनिया के सबसे बड़े दानवीर की लिस्ट में शामिल किया है।
भारत की आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी दानी व्यक्तियों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर शामिल है. रिर्पोट के अनुसार अजीम प्रेमजी ने कुल 9,713 करोड़ रुपये दान दिए थे. रिर्पोट के अनुसार उन्होंने 27 करोड़ रुपये प्रतिदिन दान दिए थे. अजीम प्रेमजी विप्रो की कमाई का 67% ग्रामीण इलाकों में स्कूली शिक्षा पर काम करने वाले फाउंडेशन में ट्रांसफर कर देते हैं। वही कोविड-19 से निपटने के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन और विप्रो ने मिलकर 1 हजार करोड़ रुपए दान किए थे।
ड्यूटी-फ्री शॉपर्स ग्रुप के सह-संस्थापक चार्ल्स फ्रांसिस फेनी इस लिस्ट में छठे स्थान पर है. चार्ल्स ने अटलांटिक परोपकार की स्थापना की, जो दुनिया की सबसे बड़ी निजी परोपकारी नींव में से एक है। चार्ल्स ने अब तक विश्व स्तर पर लगभग 9 बिलियन डॉलर का योगदान किया है. वही फेनी ने अपने चैरिटी, अटलांटिक फिलैंथ्रोपीज़ के माध्यम से चार दशकों में उत्तरी आयरलैंड में चैरिटी के लिए करीब $ 570 मिलियन का योगदान दिया है।
शेख सुलेमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल राजी सऊदी अरब के एक अमीर व्यापारी में शामिल है और इस लिस्ट में सातवें नंबर पर उन्हें स्थान दिया गया है. अजीज अल राजी ने सऊदी अरब में सुलेमान अल राजी विश्वविद्यालय की चैरिटी बनाई हुई है. वही उनकी 7.7 अरब डॉलर की संपत्ति का अधिकांश हिस्सा इस चैरिटी में दान दिया जाता है.
गॉर्डन अर्ल मूर इंटेल कॉरपोरेशन के सह-संस्थापक और चेयरमैन है. अरबपति होने के साथ साथ वो बेहद दानवीर व्यक्ति है. मार्च 2021 में मूर की कुल संपत्ति 12.6 बिलियन डॉलर आंकी गई थी। साल 2000 में गॉर्डन और उनकी पत्नी बेट्टी ने वैज्ञानिक नवाचार, पर्यावरण संरक्षण, मरीजों की देखभाल और खाड़ी क्षेत्र की पहचान के संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए गॉर्डन और बेट्टी मूर फाउंडेशन बनाया था. जिसके बाद साल 2010 में गॉर्डन ने अपना आधा पैसा दान में देने का वादा करते गिविंग प्लेज पर हस्ताक्षर किए थे.
कार्लोस स्लिम हैलो एक मैक्सिकन बिजनेस मैग्नेट है और वो देश के नौवें सबसे दानवीर व्यक्ति है. कार्लोस ने मेक्सिको में ग्रामीण-कार्सो माइक्रोक्रेडिट कार्यक्रम की स्थापना की, जिससे गरीबों को मामूली ऋण प्रदान किया जाता है. कार्लोस ने तीन गैर-लाभकारी फाउंडेशन फंडासियन कार्लोस स्लिम हेलू, फंडासियन टेलमेक्स, और फंडासियन डेल सेंट्रो हिस्टोरिको डे ला स्यूदाद डी मैक्सिको एसी जो मुख्य रूप से कला, शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली पर केंद्रित है।
जॉर्ज ब्रूस कैसर संयुक्त राज्य अमेरिका के एक बहु-अरबपति व्यवसायी हैं और दुनिया के दसवें सबसे बड़े दानवीर है. उन्होंने जॉर्ज कैसर फैमिली फाउंडेशन की स्थापना की, जो तुलसा कम्युनिटी कॉलेज फाउंडेशन, ओक्लाहोमा सिटी एडुकेयर, नेशनल एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट, तुलसा कम्युनिटी फाउंडेशन और तुलसा विश्वविद्यालय जैसे शैक्षिक, स्वास्थ्य, सामाजिक और सामुदायिक विकास संगठनों का समर्थन करता है। कैसर ने साल 2010 में अपनी कमाई का आधा पैसा दान में देने का वचन दिया था. वह दुनिया के शीर्ष 100 सबसे धनी व्यक्तियों में से एक हैं.
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