भारत में राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है और उन्हें देश का प्रथम नागरिक माना जाता है| राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बिना भारत में कोई भी कानून लागू नहीं हो सकता है. राष्ट्रपति देश का तो मुखिया होते ही है, साथ ही वह तीनों सेनाओं (जल सेना, थल सेना और वायुसेना ) के प्रमुख और विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के भी प्रमुख होते है। देश को जल्द ही अपना नया राष्ट्रपति मिलने वाला है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे. देश में अब तक कुल 14 राष्ट्रपति रह चुके है. वही कई राष्ट्रपतियों ने अपने कार्यकाल में रहते हुए राष्ट्रपति भवन में कुछ बदलाव किये थे तो आइये जानते है कौन से राष्ट्रपति क्या क्या बदलाव कर चुके है.
डॉ राजेन्द्र प्रसाद 26 जनवरी से 13 मई 1962 तक देश के राष्ट्रपति बने रहे। डॉ राजेन्द्र प्रसाद भारत के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन्होंने दो कार्यकालों तक राष्ट्रपति पद पर कार्य किया था. देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने आम लोगों के लिए राष्ट्रपति भवन में बने मुगल गार्डन को खोला था. मुगल गार्डन का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था, इस गार्डन में कई तरह के फूल देखने को मिलते है. यह गार्डन तब से हमेशा के लिए हर साल बसंत ऋतु में आम लोगों के लिए खोला जाता है.
वही डॉ राजेन्द्र प्रसाद शाकाहारी थे और उन्होंने राष्ट्रपति भवन की रसोई में मांसाहार प्रतिबंधित कर दिया था. राष्ट्रपति भवन के किचन है शुद्धिकरण किया गया था. राजेंद्र प्रसाद के सिवा शंकर दयाल शर्मा, आर वेंकटरमन, केआर नारायण भी शुद्ध शाकाहारी थे और उनके रहने पर राष्ट्रपति भवन में शाकाहार भोजन बनता था.
एपीजे अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपतियों में सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति थे. वह एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक थे उन्हें मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता था. अब्दुल कलाम 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक राष्ट्रपति पद पर कार्यरत थे. राष्ट्रपति भवन में निजी किचन भी था जिससे अब्दुल कलाम ने बंद करवा दिया था. वही उन्होंने अपने कार्यकाल में स्टाफ कैंटीन का ही खाना खाया था.
देश के तेरहवें राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी 25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 तक देश के राष्ट्रपति पद पर रहे. प्रणब मुखर्जी को फिश करी काफी पसंद थी. राष्ट्रपति भवन में नॉनवेज खाना एक बार फिर से शुरू हुआ और राष्ट्रपति भवन में रोज़ाना फिश करी बनाई जाने लगी थी.
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने साल 1984 में इलाहाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. वहीं अमिताभ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एच.एन बहुगुणा को हराकर सांसद बने थे. अमिताभ बच्चन के सांसद रहते हुए एक बार राष्ट्रपति भवन में रात के खाने पर बुलाया गया था. जहां उन्होंने खाने की प्लेटों पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ का निशान बना हुआ देखा था. इसके बाद उन्होंने इस बात को संसद में रखा और फिर राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के कार्यकाल में राष्ट्रपति भवन से इस तरह की प्लेटों पर प्रतिबंध लगाया गया.
सूर्य की विषम स्थितियाँ जब भी सूर्य नीच का या पाप ग्रहों से संबंधित अथवा…
भारत को विभिन्न त्योहारों और उत्सवों का देश माना जाता है। हर दिन देश के…
भारत अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है, यहां हर त्योहार हर्षोल्लास…
सर्वपितृ अमावस्या के दिन पितरों की विदाई की जाती है। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष…
बॉलीवुड में कई सितारों के बच्चों ने साल 2024 में एक्टिंग में डेब्यू किया है।…
मिस यूनिवर्स बनने जा सपना तो हर कोई देखता है। मगर कुछ ही लोगों के…