भारत के स्टार स्पिनर हरभजन सिंह क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. 41 वर्षीय हरभजन सिंह ने भारत की तरफ से 711 विकेट झटके हैं. टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन राजनीति के मैदान पर अपनी नई पारी खेल सकते हैं. हाल में ही उनकी तस्वीर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ वायरल हुई थी. ऐसी खबरें हैं कि हरभजन पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. हरभजन से पहले भी कई क्रिकेटर संन्यास लेने के बाद दूसरा काम चुन चुके है. तो आइये आज जानते है क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कौन कौन से क्रिकेटर ने दूसरा काम चुना।
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)
सालों तक क्रिकेट पर राज करने वाले सचिन तेंदुलकर रियाटरमेंट के बाद क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं. वह इंडियन सुपर लीग फ्रेंचाइजी केरल ब्लास्टर्स (फुटबॉल टीम) के मालिक है. इसके अलावा, वह प्रीमियर बैडमिंटन लीग फ्रेंचाइजी बेंगलुरु ब्लास्टर के भी सह-मालिक हैं.
जोगिंदर शर्मा (Joginder Sharma)
2007 के टी-20 वर्ल्ड कप को कोई कैसे भूल सकता है, जब जोगिंदर शर्मा की करिश्माई गेंदबाजी ने पाकिस्तान को हराकर भारत की मैच में जोरदार वापसी की थी। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद जोगिंदर हरियाणा पुलिस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सलिल अंकोला (Salil Ankola)
सचिन और सौरव जैसे खिलाड़ियों के साथ खेल चुके सलिल अलकोला ने 1989 में क्रिकेट जगत में एंट्री की थी. सलिल ने मैदान में कम और फिल्मों और सीरियल्स में ज्यादा नजर आए है. क्रिकेट छोड़ने के बाद सलिल को संजय दत्त के साथ ‘कुरूक्षेत्र’ फिल्म में देख गया था. साल 2006 में सलिल बिग बॉस में भी नजर आए थे. सलिल टीवी सीरियल्स में काम कर चुके हैं.
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट में 13 सालों का बेमिसाल सफर रहा. वर्ल्ड कप-2019 के बाद धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. वही आशा की जा रही है की धोनी अब साल 2023 के वर्ल्ड कप के लिए क्रिकेट कोच की भूमिका निभा सकते है.
नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu)
कमेंट्री बॉक्स में अपने वन-लाइनर्स और शायरी के लिए लोकप्रिय नवजोत सिंह सिद्धू का क्रिकेट करियर भी शानदार रहा। सिद्धू ने भारत के लिए 51 टेस्ट और 136 एकदिवसीय मैच खेले। वर्तमान में, सिद्धू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक सक्रिय सदस्य हैं क्रिकेट छोड़ने के बाद सिद्धू ने राजनीति में आने का फैसला किया।