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क्या है जैन धर्म के अनुसार रोट तीज व्रत की पौराणिक कथा ?

एक समय विपुलाचल पर श्री वर्धमान स्वामी समवशरण सहित पधारे। तब राजा श्रेणिक ने नमस्कार करके हाथ जोड़कर प्रार्थना करी,…

2 महीना ago