आप में से कई लोग दिल्ली से मुंबई का सफर करते होंगे,इस सफर मैं आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा। जैसे कि आप लंबे सफर की वजह से टाइम पर नहीं पहुंच पाते होंगे। या फिर खराब सड़कों की वजह से आपको मंजिल तक पहुंचने में देरी होती होगी। इन सभी समस्याओं को देखते हुए दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का शुभारंभ हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इसके पहले फेज का उद्घाटन किया है। इसको 15 फरवरी से यात्रियों के लिए ओपन कर दिया जाएगा। आइए जानते हैं इस एक्सप्रेस वे में क्या-क्या एडवांस फीचर है,और आप जब यहां से गुजर रहे हो तो किन किन बातों का ध्यान रखें
दिल्ली मुंबई के बीच बन रहे इस एक्सप्रेसवे के अभी पहले फेज उद्घाटन हुआ है, जिसंकी लंबाई 246 किमी है।जबकि पूरा बनने के बाद इसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर होगी।जो देश में मौजूद बाकी एक्सप्रेसवे के मुकाबले सबसे ज्यादा है। इसीलिए ये अब देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे बन गया है।
आपको बता दें आप इस एक्सप्रेस के बनने के बाद 24 घंटे का सफर 12 घंटे में तय कर सकते हैं। आप इस सड़क पर 120 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ियां चला सकते हैं। आपको इस एक्सप्रेस वे पर कहीं भी गाड़ियां खड़ी हुई नहीं मिलेंगी। कोई भी गाड़ी खड़ी हुई मिलती है तो उसका चालान जरूर कटेगा। यहां पर हादसा होने की बहुत कम उम्मीद है। क्योंकि कई सारे नियम इसके लिए बनाए गए हैं। बता दें दिल्ली से बड़ोदरा तक इस हाईवे में कोई भी ब्रेकर नहीं है।हाईवे के दोनों ओर बैरिकेडिंग की गई है ताकि आवारा जानवर सड़क पर न आ जाएं. जमर्न तकनीक से बनी इस सड़क पर आपको 120 किलोमीटर की स्पीड से गाड़ी दौड़ाने पर भी झटका नहीं लगेगा।
दिल्ली से मुंबई के लिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरुआती पॉइन्ट से लगभग 20 किलोमीटर दूर खलीलपुर है,यहां तक लाइट व्हीकल से सफर करते हुए 90 रुपये का टोल टैक्स चुकाना होगा। वही कॉमर्शियल वाहनों के लिए 145 रुपये देने होंगे।यदि कोई बरकापारा जाता है,तो उसे लाइट व्हीकल में यात्रा करते हुए 500 रुपये का टोल टैक्स भरना होगा, जबकि लाइट कमर्शियल वाहनों के लिए टोल टैक्स 805 रुपये होगा।खलीलपुर और बरकापारा के अलावा समसाबाद, शीतल, पिनान, और डूंगरपुर में भी टोल गेट मिलेंगे. यदि एंट्री पॉइन्ट से कोई 7 एक्सेल वाहन बरकापारा तक जाता है तो उसे 3,215 रुपये का टोल टैक्स भरना होगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन को देश को समर्पित किया था. आठ लेन का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे फुली एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेस वे है, जो सोहना के करीब नए NH-248A के साथ अपने जंक्शन से शुरू होता है।एक बार पूरा हो जाने के बाद, यह हरियाणा, राजस्थान में दौसा, लालसोट, सवाई माधोपुर, कोटा, मध्य प्रदेश में रतलाम, गुजरात में गोधका, भरूच, सूरत, वलसाड, वापी को दादरा और नगर हवेली और दमन और दीयु, विरार, कल्याँ, बदलापुर और पनवेल में एनएच-348 पर खत्म होगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दोपहिया और तीन पहिया वाहन प्रतिबंधित हैं. इन्हें चलने की इजाजत नहीं होगी. इसके अलावा कम स्पीड में चलने वाले वाहन जैसे ट्रैक्टर या बिना मोटर वाला कोई वाहन इस पर नहीं जा सकेगा।इस एक्सप्रेस-वे पर कम स्पीड और बिना मोटर वाले वाहनों की नो एंट्री के पीछे इस पर हुए हालिया एक्सीडेंट को वजह माना गया है।
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