भारत का दूसरा बनारस यानी की महेश्वर अपनी अनुपम काला और खुबसूरती की मिशाल के रूप में जाना जाता है। महेश्वर का उल्लेख पुराणों में मिलता है। पुराणों में इसका नाम महिष्मति राज्य था। यहां पर त्रेता युग में चंद्रवांसियों ने राज्य किया। यहां पर मराठा से लेकर मुगलों तक का शासन रहा। मराठायों के बाद पेशवा होलकारों ने यहां शासन किया। महेश्वर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जहाँ आपको कई सारे महल, मंदिर, घाट घुमने को मिलेंगे। आईए जानते है महेश्वर और क्यों है खास
कैसे बना महेश्वर देवी अहिल्या का गड़
होलकर साम्राज्य की महारानी देवी अहिल्या बाई ने महेश्वर को एक अलग पहचान दी उन्होंने ने ही यहाँ पर कई मंदिर को फिर से बनवाया और साथ ही यहाँ कई अद्भुत इमारतों और महलों का निर्माण करवाया।उन्होंने यहाँ के घाटों को जो क्षति मुगलों के द्वारा पहुंचाई गयी थी उसकी भी क्षतिपूर्ति करवाई और यहाँ के घाटों को एक नया स्वरुप दिया,जिसके बाद इसे अपने राज्य की राजधानी बनाया।महेश्वर में जो कुछ भी देखने को मिलता है चाहे वो छोटे से छोटा मंदिर हो या बड़ी से बड़ी कोई प्राचीन ईमारत हो सबका निर्माण रानी अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल के दौरान करवाया था |
बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट
महेश्वर में घूमने लायक भी बहुत सारी जगह है,इसे पिकनिक स्पॉट भी माना जाता है।
महेश्वर किला
महेश्वर में एक खूबसूरत किला है जिसे होल्कर किला और महेश्वर किला भी कहा जाता है। यह नर्मदा के किनारे बना हुआ किला है।ये किला अंदर से बेहद खूबसूरत है। आप किले की दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी देख सकते हैं। महेश्वर किला में मुगल, राजपूताना और मराठा आर्किटेक्चर की झलक देख सकते हैं। किले की सीढ़ियों पर नदी की बाढ़ की तारीख और साल भी उकेरा गया है। इससे पता चलता है कभी किले की ये सीढ़ियाँ डूब जाती थीं। किले के अंदर राॅयल होटल भी है।
राजवाड़ा
अहिल्या बाई होल्कर के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपने लिए न कोई बड़ा महल बनवाया और न ही कोई पैलेस। महेश्वर में वो एक छोटे-से घर में रहतीं थीं जो खपरैल का बना हुआ था। आज उसी घर को रजवाड़ा के नाम से जाना जाता है। जो महेश्वर आता है कि इस रजवाड़ा को देखने जरूर आता है। रजवाड़े में घुसते ही रानी अहिल्या बाई होल्कर एक मूर्ति दिखाई देती है। जिसके बाद वो घर आता है जिसमें रानी रहतीं थीं। घर के बाहर एक पालकी रखी हुई है और अंदर वो गद्दी रखी हुई है जिस पर वो बैठा करतीं थीं। इस घर के अंदर तलवार और भाले को देखा जा सकता है।
राज राजेश्वर मंदिर
राज राजेश्वर मंदिर महेश्वर के सबसे फेमस मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में 11 अखंड दीप हमेशा जलते रहते हैं। इस मंदिर को औरंगजेब ने तोड़ दिया था। बाद में अहिल्या बाई होल्कर ने इसका पुनरुद्धार कराया। ये मंदिर अहिल्येश्वर मंदिर से 1 किलोमीटर की दूरी पर ही है। इस मंदिर में एक छोटा-सा सहस्त्रार्जुन मंदिर भी है। जो महेश्वर के महान सम्राट थे और जिन्होंने रावण को भी हराया था।नर्मदा घाट नदी किनारे बसी जगह सबसे खूबसूरत जगहों में से एक होती है। जहाँ कुछ भी न होने पर भी बहुत कुछ होता है और महेश्वर जैसे खूबसूरत शहर में तो पहले से ही बहुत कुछ है। ये शहर नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ है। नदी के किनारों पर घाट बने हुए हैं। इन घाटों को देखकर लगता है कि ये बनारस के ही घाट हैं। इसी वजह से यहाँ कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
छत्रियाँ
छत्रियाँ वो जगह होती हैं जहाँ राजा-महाराजाओं की समाधि बनी होती हैं। ये छत्रियाँ इतनी विशाल और खूबसूरत होती है कि ये अपने-आप में देखने लायक है। उस समय की नक्काशी और इमारतों की बनाने की कला को इन छत्रियों से समझ सकते हैं। इसमें अहिल्या शिवालय, विठोजी की खूबसूरत छत्रियाँ हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर
बनारस में एक काशी विश्वनाथ मंदिर है। ठीक वैसा ही काशी विश्वनाथ मंदिर यहां पर भी है। महेश्वर में इतने मंदिर हैं कि इसे मंदिरों का शहर कहा जाना चाहिए। नर्मदा घाट पर खूबसूरत नर्मदा मंदिर है। इसके अलावा विंध्यावासिनी, बाणेश्वर और अहिल्येश्वर जैसे फेमस मंदिर हैं।
महेश्वर गढ़
महेश्वर गढ़ वो जगह है जहाँ आज भी राजसी परिवार रहता है। ये भारत की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहां राजाओं-महाराजाओं के लोग रह रहे हैं। महेश्वर गढ़ के प्रवेश द्वार तक लोग आते-जाते हैं। ये विशाल गेट हाथियों के लिए बनाया गया था।
फिल्म शूटिंग के लिए महेश्वर
फिल्मों में आप जिस बनारस को देखते हो वो असली बनारस नहीं होता है | वो महेश्वर होता है जहाँ पर फिल्में शूट होती है,क्यों की बनारस और महेश्वर के घाटों में कोई खास अंतर नहीं जिसके कारण फिल्मो में ये अंतर पता नहीं चलता और लोग इसे असली बनारस समझते है।बनारस की तरह भी महेश्वर में भी कई घाट बने हुए है जहाँ बनारस की तरह ज्यादा चहल पहल तो नहीं रहती है परन्तु यहाँ के घाटों की रौनक बिलकुल वैसी ही है।
इन फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है
महेश्वर में अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म ‘तेवर’ की काफी शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई थी.महेश्वर घाट पर इस फिल्म का गाना भी शूट किया गया था। वहीं बाजीराव मस्तानी की शूटिंग भी महेश्वर में हुई है।इस जगह पर, ‘पैडमैन’, ‘नीरजा’, ‘यमला पगला दीवाना-2’ दबंग 3 कलंक, लुका छुपी 2,पोनियिन सेलवन,मणिकर्णिका, जीनियस, जैसी कई फिल्मों की शूटिंग यहां की जा चुकी हैं।