आज साल का आखिरी चंद्र ग्रहण शाम लग रहा है. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं. सूतक काल में भगवान की पूजा या उनकी प्रतिमा को स्पर्श नहीं करना चाहिए. हिंदू धर्म में ग्रहण की बहुत बड़ी मान्यता है. चांद और सूर्य ग्रहण दोनों ही मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लग रहा है. आपको बता दें कि यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और रूस के पूर्वी भाग में भी दिखाई देगा. चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है.इस दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.
कब लग रहा है चंद्र ग्रहण(When is the lunar eclipse taking place?)
ज्योतिषियों के अनुसार चंद्रग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की आधी रात को लगेगा. ये पहला और आखिरी खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जाएगा. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11.30 मिनट से आरंभ होगा और देर रात 2 24 मिनट पर समाप्त होगा.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए(What should not be done during lunar eclipse)
1. माना जाता है कि सूतक काल लगने के बाद घर में खाना नहीं पकाना चाहिए.
2. सूतक काल लगने से पहले खाने में और पानी में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं.
3. ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद मंदिर में पूजा पाठ नहीं की जाती है.
4. चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का जाप करना चाहिए.
5. अगर आप बीमार हैं तो इस दौरान खाली पेट न रहें कुछ लिक्विड चीजें लेते रहें.
6. गर्भवती महिलाओं को किसी भी चीज को काटने और छिलने की भी मनाही होती है.
7. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने की मनाही होती है.
8.चंद्रग्रहण के समय संयम रखकर जप करने से कई गुना फल प्राप्त है.
9.ग्रहण के दौरान बने संबंधों से पैदा होने वाली संतान में विकृतियां आने की आशंका रहती है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखें.
10.ग्रहण के समय कोई भी शुभ और नया कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए। ग्रहण के वक्त सोने की बजाए व्यक्ति को धार्मिक महत्व वाली किताबों का अध्ययन करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें(What to do after lunar eclipse)
1.ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए. गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान किया जाए तो और भी अच्छा है. यदि आप गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो उसके जल को नहाने के पानी में डालकर उससे भी स्नान कर सकतें हैं.
2.ग्रहण काल के समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव जरूर करना चाहिए. इससे ग्रहण की निगेटिव ऊर्जा खत्म हो जाती है.
3.पूजाग्रहण के खत्म होने के बाद स्नान करके घर के पूजम स्थान को खोलना चाहिए. उसके बाद वहां धूप अगरबत्ती और दीपक जलाकर पूजा करनी चाहिए. इससे भी ग्रहण का कुप्रभाव कम होता हैं.
4.ग्रहण समाप्त होने के बाद शक्ति अनुसार अनाज, तेल और सब्जियों का दान ब्राह्मण या जरूरतमंद को करना चाहिए.
5.ग्रहण के दौरान पके भोजन को ग्रहण नहीं करना चाहिए बल्कि उसे गाय को खिला देना चाहिए.
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