Mesh Rashifal 2025: साल 2024 के खत्म होने में भले ही कुछ महीने बचे हो।लेकिन आने वाले साल को लेकर आप सभी के मन में काफी उत्सुकता होगी। आप सभी के मन में होगा की आखिर मेरी राशि के अनुसार आने वाला साल मेरे लिए कितना लाभकारी होगा।साल 2025 में मुझे क्या करना चाहिए,जिससे मेरे जीवन की आने वाली परेशानियां कम होगी। यदि आप मेष राशि वाले तो हम आपको बताएंगे की साल 2025 आपके लिए कैसा होगा मेष राशिफल 2025(Aries Horoscope 2025) आने वाला साल आपके जीवन में कई…
Read Moreसाल: 2024
2024 में गणेश जी ये आरती करने से होगी मनोकामनाएं पूरी
भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय देवता माना जाता है.किसी भी शुभ मांगलिक कार्य करने से पहले श्री गणेश पूजन किया जाता है.मान्यता है कि गौरी पुत्र गणेश की पूजा अर्चना करने से सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। हालांकि उनकी विशेष कृपा प्राप्ति के लिए भाद्रपद माह को श्रेष्ठ माना गया है. हिंदू धर्म में इस माह को भगवान गणेश के जन्म से जोड़ा जाता है,मान्यता है कि भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जी का जन्म हुआ था. हर साल इस तिथि को गणेश जन्मोत्सव के…
Read Moreगनेश पूजा के दौरान न करें ये गलतियां
देशभर में आज गणेश चतुर्थी धूमधाम के साथ मनाई जा रही है और जगह-जगह पर भगवान गणेश के स्वागत के लिए पंडाल भी सज गए हैं. ऐसे में 10 दिनों तक गणेश चतुर्थी की देशभर में धूम रहेगी और भक्तों के द्वारा अपने घर में भगवान गणेश की स्थापना भी की जाएगी. वहीं, गणेश भगवान की पूजा के दौरान भक्तों को कुछ भक्तों का विशेष ध्यान रखना होगा, ताकि उन्हें भगवान गणेश का आशीर्वाद मिल सके. गणेश पूजा में रखें खास बातों का ध्यान(Caution in Ganesh Puja) भगवान गणेश भगवान…
Read Moreजैन धर्म में ऋषि पंचमी अलग क्यों मनाई जाती है ?
जैन धर्म में ऋषि पंचमी बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है, क्योंकि इस दिन जैन समाज के लोग ऋषियों या संतों को श्रद्धांजलि देते हैं. वहीं जैन धर्म में इसे संवत्सरी पर्व भी कहा जाता है। यह त्यौहार भाद्रपद के हिंदू चंद्र माह के पांचवें दिन मनाया जाता है. और इस दिन जैन समुदाय के लोग अपने गुरुओं और ऋषिओं को याद करते हैं. जैन धर्म में ऋषि पंचमी का महत्व(Importance of Rishi Panchami in Jainism) ऋषि पंचमी के दिन जैन मंदिरों में पूजा-अर्चना की जाती है, जिसमें जैन धर्म…
Read MoreRishi Panchami Vrat 2024: ऋषि पंचमी व्रत, जानें पूजा विधि, महत्व और कथा
हिन्दू धर्म में ऋषि पंचमी का व्रत सप्तऋषियों की पूजा करने के लिए हर साल मनाया जाता है. यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. माना जाता है कि इस व्रत को करने से लोगों को संतान प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है. ऋषि पंचमी का पर्व हर महीने भाद्रपद महीने में शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है. यह पर्व गणेश चतुर्थी के अगले दिन पड़ता है. इस पर्व के दिन सप्त ऋषियों के प्रति श्रद्धा भाव व्यक्त किया जाता है.…
Read Moreक्या है जैन धर्म के अनुसार रोट तीज व्रत की पौराणिक कथा ?
एक समय विपुलाचल पर श्री वर्धमान स्वामी समवशरण सहित पधारे। तब राजा श्रेणिक ने नमस्कार करके हाथ जोड़कर प्रार्थना करी, कि महाराज! रोट तीज व्रत कैसा और इस व्रत से किसको लाभ हुआ और यह व्रत कैसे किस विधि से किया जाता है, सो कृपा करके कहो। तब वर्धमान स्वामी राजा श्रेणिक से कहते, भये राजन्! एक समय उज्जैनी नगरी में एक सागरदत्त नाम का सेठ रहता था। उसके छप्पन करोड़ दीनारों की लक्ष्मी देशांतरों में माल भरकर उसके प्रोहन (जहाज) जाते थे। उस सेठ के सात पुत्र थे। एक…
Read Moreबची हुई रोटी का टेस्टी नाश्ता रेसिपी
Leftover Roti Nashta Recipe (बची हुई रोटी का नाश्ता) सामग्री – 3 कच्चे केले ,1/2 कप उबले स्वीट कॉर्न,1 कटी हुई शिमला मिर्ची,नमक,लाल मिर्ची पाउडर, 1 टेबल स्पून धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर,भुना जीरा पाउडर,अमचूर पाउडर,हरा धनिया,गरम मसाला ,चाट मसाला ,सोठ पाउडर, 2-3 टेबल स्पून कॉर्न फ्लोर ,तलने के लिए तेल,स्लरी बनाने के लिए3 टेबल स्पून गेहूं का आटा ,पानी विधि — कच्चे केले को कुकर में 2 सिटी लेकर अच्छे से पका लेंगे । केले पकने के बाद छिलके निकालकर अच्छे से मेश कर लेंगे उबले हुए स्वीट कॉर्न को…
Read Moreहरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha
Hartalika Teej Vrat Katha: भाद्रपद की तीज को हरतालिका तीज व्रत किया जाता है। इसमें भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इनकी पूजा से महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है। श्री भोलेशंकर बोले- हे गौरी! पर्वतराज हिमालय पर स्थित गंगा के तट पर तुमने अपनी बाल्यावस्था में बारह वर्षों तक अधोमुखी होकर घोर तप किया था। इतनी अवधि तुमने अन्न न खाकर पेड़ों के सूखे पत्ते चबा कर व्यतीत किए। माघ की विक्राल शीतलता में तुमने निरंतर जल में प्रवेश करके तप किया। वैशाख की…
Read Moreसौभाग्य दशमी व्रत कथा | Saubhagya Dashmi Vrat katha | Suhag dashmi Vrat katha
सभी बहनों को जय जिनेन्द्र। आज बहुत अच्छा पर्व है सुहाग दशमी का पर्व।सभी बहनें अपने अपने स्वभाव के लिए। इस व्रत का धारण करती है। आइए सभी बहनों में स्वर्गदशमी का व्रत क्यों किया जाता है? कथा सुनाने जा रही हूँ। मेरी कथा को ध्यान से सुनिए और सभी बहनें इस कथा को सुनने से पहले अपने हाथ में। खड़े चावल बिना टूटे हुए 10 चावल रख लें। पूरी कथा सुनने के बाद ही इस। चावल को क्या करना है, मैं बताती हूँ आइए। कथा को सुनिए। एक नगर…
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