मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया। 71 वर्षीय सरोज जी को सास लेने में शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार देर रात 1.52 बजे कार्डियक अरेस्ट की वजह से उनकी मौत हो गई
सरोज खान को गुरु नानक हॉस्पिटल में सांस की तकलीफ के चलते 20 जून को भर्ती कराया गया था. अस्पताल में भर्ती होने से पहले उनका कोविड टेस्ट कराया गया था, जो निगेटिव आया। उनके स्वास्थ्य में धीरे धीरे सुधार भी आ रहा था और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज भी करने वाले थे लेकिन गुरुवार रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उनका निधन हो गया। शुक्रवार को मलाड के मालवाणी कब्रिस्तान में उनका पार्थिक शरीर सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
आपको बता दे सरोज जी का जन्म हिन्दू परिवार में हुआ था और उनका असली नाम निर्मला नागपाल था। विभाजन के बाद सरोज खान का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था।
सरोज खान ने महज 13 साल की उम्र में आने से 30 साल बड़े मास्टर बी. सोहनलाल से शादी की थी।43 साल के बी. सोहनलाल की यह दूसरी शादी थी और उनकी पहली शादी से चार बच्चे भी थे। सरोज खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘मैं उन दिनों स्कूल में पढ़ती थी तभी एक दिन मेरे डांस मास्टर सोहनलाल ने गले में काला धागा बांध दिया था और मेरे शादी हो गई थी।’
एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में सरोज खान ने बताया था कि ‘मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया था। उस वक्त मुझसे कई लोगों ने पूछा कि मुझ पर कोई दबाव तो नहीं है लेकिन ऐसा नहीं था। मुझे इस्लाम धर्म से प्रेरणा मिलती है।’
सरोज ने महज तीन साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी पहली फिल्म नजराना थी जिसमें उन्होंने श्यामा नाम की बच्ची का किरदार निभाया था।
50 के दशक में सरोज खान ने बतौर बैकग्राउंड डांसर काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने कोरियोग्राफर बी.सोहनलाल के साथ ट्रेनिंग ली। चार दशक के लंबे करियर में सरोज खान को 2,000 से ज्यादा गानों की कोरियोग्राफी करने का श्रेय हासिल है। सरोज खान को अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था।
सरोज खान ने आखिरी बार करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस के तले बनी फिल्म कलंक में तबाह हो गए गाने गाने को कोरियोग्राफ किया था. इस गाने में माधुरी दीक्षित नजर आई थीं।