देशभर में आज गणेश चतुर्थी धूमधाम के साथ मनाई जा रही है और जगह-जगह पर भगवान गणेश के स्वागत के लिए पंडाल भी सज गए हैं. ऐसे में 10 दिनों तक गणेश चतुर्थी की देशभर में धूम रहेगी और भक्तों के द्वारा अपने घर में भगवान गणेश की स्थापना भी की जाएगी. वहीं, गणेश भगवान की पूजा के दौरान भक्तों को कुछ भक्तों का विशेष ध्यान रखना होगा, ताकि उन्हें भगवान गणेश का आशीर्वाद मिल सके.
गणेश पूजा में रखें खास बातों का ध्यान(Caution in Ganesh Puja)
भगवान गणेश भगवान शिव के पुत्र हैं और यह जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं, लेकिन इनकी पूजा में कुछ बातों का भक्तों को विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि भक्तों को पूजा का शुभ फल मिल सके.
पूजा में तुलसी का न करें इस्तेमाल(Do not use basil in worship)
आचार्य दीप कुमार ने बताया कि भगवान गणेश की पूजा करते समय भक्त को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें पूजा के दौरान कभी भी तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए, क्योंकि माता तुलसी के विवाह प्रस्ताव को गणपति ने ठुकरा दिया था और माता तुलसी ने ही भगवान गणेश को दो विवाह होने का श्राप दिया था. इस बात का भक्त को विशेष ध्यान रखना चाहिए.
पूजा के दौरान न पहनें काले कपड़े(Do not wear black clothes during puja)
इसके अलावा भगवान गणेश की पूजा के दौरान भक्त को कभी भी काले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए. काला रंग किसी भी सात्विक पूजा में शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में भक्त भगवान गणेश की पूजा के दौरान पीले, सफेद या लाल रंग के वस्त्र पहन सकते हैं. आचार्य दीप कुमार ने बताया कि चाहिए. अगर भक्त के द्वारा व्रत रखा गया है तो खाने में नमक ना खाएं.
पूजा स्थल पर न छोड़ें भोग का प्रसाद(Do not leave prashad in poojasthal)
भगवान गणेश का दिन बुधवार कहा गया है, लेकिन गणेश चतुर्थी में भी जो व्यक्ति व्रत रखते हैं. उन्हें उस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए और पूजन के बाद शुद्ध सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए. इसके अलावा खाद्य पदार्थ पूजा स्थल पर बिल्कुल ना छोड़ें. भगवान गणेश की पूजा करने के बाद उनको भोग में लगाए गए खाद्य पदार्थ को पूजा स्थल पर नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है. पूजा करने के बाद भोग में लगाई गई सामग्री को प्रसाद के रूप में अन्य लोगों को बांट देना चाहिए.
बार-बार न बदलें दीपक का स्थान(Do not change the position of the lamp)
इसके अलावा गणपति की पूजा में दीपक जलाने को लेकर भी विशेष सावधानी रखनी चाहिए. भक्त को पूजा के दौरान दीपक जलाने से पहले उसकी स्थिति तय कर लें. दीपक जलाने के बाद बार-बार उसकी स्थिति बदलना ठीक नहीं होता. ऐसा करने से पूजा का शुभ फल नहीं मिलता है.