धर्म

पद्मनाभं स्वामी मंदिर से लेकर सबरीमाला अयप्पा मंदिर तक ये मंदिर हैं देश के अमीर मंदिर

भारत विविध संस्कृति का देश है। यहां पर जगह-जगह आपको मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे मिल जायेंगे।और इन धार्मिक स्थलों को मानने वाले भी भारत में करोड़ों लोग मिल जाएंगे। वैसे तो भारत का हर मंदिर अनोखा है और इन मंदिरों में लोगों की श्रध्दा भी बहुत है। लोग इन मंदिरों में अपनी श्रध्दा और आस्था से दान करते हैं। ये दान ज्यादा बड़ी रकम नहीं होती है। लेकिन आपको बता दें भारत के कुछ मंदिरों में करोड़ों रूपए का दान होता है। और ये मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से है। आइए जानते हैं कौन कौन से हैं वो मंदिर

पद्मनाभं स्वामी मंदिर(Padmanabhan Swamy Temple)

पद्मनाभं स्वामी मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है

पद्मनाभं स्वामी मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में पहले स्थान पर है. ये मंदिर भारत के दक्षिण राज्य केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित है और भगवान विष्णु को समर्पित है. ये मंदिर वर्ष 2011 से तब चर्चा में आया जब इसके 6 दरवाजों को खोला गया और इन दरवाजों से बेसुमार मात्रा में सोने हीरे और बहुमूल्य जवाहरात मिले जिनकी कीमत लगभग 20 अरब डॉलर आंकी गई है. इस मंदिर के 7 वें दरवाजे को खोलने की अनुमति सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नहीं दी गई है जिसमें अनुमान है कि सबसे अधिक खजाना भरा है. इस मंदिर की देख रेख ट्रावनकोर राज परिवार द्वारा की जाती है. मंदिर के खजाने से बहुमूल्य सोने की मूर्तियाँ, हीरे जवाहरात, 18 फीट लम्बी सोने की जंजीरे, और गहने मिले हैं जिनकी कीमत अरबों रूपये रखी गई है. इस मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान विष्णु की एक सोने की मूर्ति विद्यमान है जिसकी कीमत 500 करोड़ से भी अधिक है.

तिरुपति बालाजी मंदिर(Tirupati Balaji Temple)

ये मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुमाला पर्वत पर स्थित है. देश के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में ये दूसरे स्थान पर है. ये मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहाँ भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ निवास करते हैं. ये मंदिर अपने चमत्कारों और रहस्यों के लिए विश्व प्रसिद्ध है. इस मंदिर में प्रति दिन लाखों रूपये का चढ़ावा और हर साल यहाँ लगभग 650 करोड़ रूपये का दान आता है. इस मंदिर के पास लगभग 9 टन सोने के भंडार और 14 हजार करोड़ के फिक्स्ड डिपाजिट हैं. सिद्धि विनायक देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में हर वर्ष लाखों की संख्या में भक्त और विभिन्न सेलिब्रिटी दर्शनों को आते हैं जो यहाँ बड़ी मात्रा में चढ़ाव चढाते हैं. इस मंदिर में 3.7 किलोग्राम सोने की कोटिंग है, जिसे कोलकाता के एक व्यापारी ने दान स्वरूप करवाई थी. इस मंदिर में हर वर्ष करीब 125 करोड़ का दान आता है.

साईं बाबा का मंदिर(Sai Baba’s Temple)

यह मंदिर धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र है

शिरडी स्थित साईं बाबा का मंदिर धार्मिक आस्था का एक प्रमुख केंद्र है. यहाँ भी हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. विभिन्न मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मंदिर के बैंक एकाउंट्स में करीब 380 किलो सोना, 4 हजार किलो चांदी विभिन्न देशों की मुद्राएँ डॉलर और पाउंड बड़ी मात्रा में धन जमा हैं साथ ही यहाँ लगभग 1,800 करोड़ रुपये का कैश भी जमा हैं.

जगन्नाथ मंदिर(Jagannath Temple)

ये मंदिर भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्णा को समर्पित है

ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर हिन्दुओं के चार धामों में से एक है. ये मंदिर भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्णा को समर्पित है. समुद्र किनारे स्थित इस मंदिर के कई चमत्कार हैं जो विश्व प्रसिद्ध है. हर वर्ष लाखों की संख्या में भक्त यहाँ आकर दर्शन करते हैं. विभिन्न मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मंदिर में करीब 100 किलो सोना और चांदी के बहुमूल्य खजाने हैं.

वैष्णव देवी मंदिर(Vaishnav Devi Temple)

वैष्णव देवी मंदिर भी भारत के सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिरों में से एक है

माता वैष्णव देवी मंदिर भी भारत के सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिरों में से एक है. मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मंदिर में हर वर्ष करीब 500 करोड़ रूपये की आय होती है. जिस कारण ये देश के सबसे अमीर मंदिरों में एक प्रमुख स्थान रखता है. इस मंदिर में हर वर्ष लाखों की संख्या में देश और दुनिया से श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं और अपनी मन्नते पूरी होने पर बड़ी संख्या में दान देते हैं. जम्मू की अर्थव्यवस्था में माता वैष्णव देवी आने वाले भक्तों का एक प्रमुख योगदान है.

विश्वनाथ का मंदिर(Vishwanath Temple)

भगवान विश्वनाथ का मंदिर विश्व प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है

वाराणसी स्थित भगवान विश्वनाथ का मंदिर विश्व प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और इस मंदिर के कारण ही वाराणसी या बनारस देश के साथ-साथ विश्व के भी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में प्रमुख स्थान रखता है.ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसी कारण इसे शिव की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं. इस मंदिर में वर्ष 50 लाख से अधिक देशी और लगभग 2-3 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं. इस मंदिर में हर वर्ष 4 से 5 करोड़ रूपये का चढ़ावा आता है. इस मंदिर के 3 गुम्बद हैं जिनमें से 2 में सोने की परत चढ़ी हुई है.

सोमनाथ मंदिर(Somnath Temple)

भगवान शिव को समर्पित 11 ज्योतिर्लिंगों में से एक है

गुजरात के सौराष्ट्र स्थित सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और ये पूर्व से ही देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक रहा है. ये भगवान शिव को समर्पित 11 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. विदेशी आक्रमणकारी महमूद गजनवी ने इस मंदिर पर 17 बार हमला कर इसे लुटने की कोशिश की है. कहा जाता है कि गजनवी के आक्रमण के दौरान इस मंदिर की सीढियाँ तक सोने की थीं. इस मंदिर में हर वर्ष लगभग करोड़ों का चढ़ावा आता है.

मीनाक्षी मंदिर(Meenakshi Temple)

इस मंदिर में रोज 20 से 30 हजार लोग आते हैं

दक्षिण भारत में स्थित मीनाक्षी मंदिर देश के उन प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जहाँ प्रति दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करते हैं. एक अनुमान के अनुसार इस मंदिर में रोज 20 से 30 हजार लोग आते हैं. इस मंदिर में भक्त बड़ी संख्या में दान करते हैं विभिन्न मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यहाँ हर वर्ष करीब 6 से 7 करोड़ का चढ़ावा आता है.

सबरीमाला अयप्पा मंदिर(Sabarimala Ayyappa Temple)

मंदिर में हर वर्ष करीब 10 करोड़ श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं

केरल स्थित सबरीमाला अयप्पा मंदिर महिलाओं के जानें पर बैन के कारण चर्चा में था. क्या आप जानते हैं ये देश के सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट में एक प्रमुख स्थान रखता है. इस मंदिर में हर वर्ष करीब 10 करोड़ श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं. ये मंदिर ऊँचे पहाड़ों और घने जंगलों के बीच स्थित है. यात्रा के दौरान इस मंदिर में करीब 250 करोड़ का चढ़ावा आता है.

Kanchan Sanodiya

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