भारत ऐसा देश है जहां कई विविधता है कई धर्मों की मान्यता वाले लोग है. वही यहां सावधिक लोग हिन्दू धर्म के है ऐसे में भारत मंदिरों से घिरा हुआ देश है, यहां आपको देवी देवताओं के कई हजार मंदिर देखने को मिल जाएंगे। लेकिन हैरानी की बात है कि भारत के बाहर कई ऐसी विदेशी जगह है जहां भगवान की भारत से भी बड़ी बड़ी मूर्तियां देखने मिलती है. तो आइये आज जानते है किन किन विदेशो में भारतीय भगवानों की विशाल और प्रसिद्ध प्रतिमाएं है.
हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को धरती का पालनहार कहा जाता है। भारत के लगभग हर कोने में उनके मंदिर और मूर्तियां देखने को मिलती हैं, लेकिन दुनिया की सबसे ऊंची भगवान विष्णु की मूर्ति भारत में नहीं है। भगवान विष्णु की सबसे ऊंची मूर्ति एक मुस्लिम देश इंडोनेशिया में है. भगवान विष्णु की मूर्ति करीब 122 फुट ऊंची और 64 फुट चौड़ी है। ये मूर्ति तांबे और पीतल से बने है इसे बनाने में करीब 26 साल का समय लगा है और साल 2018 में यह मूर्ति पूरी तरह बनकर तैयार हुई थी। वही देश विदेश से कई लोग इस मूर्ति के दर्शन करने आते है.
भगवान शिव की देश विदेश में कई मूर्तियां है लेकिन नेपाल में महादेव की सबसे ऊंची प्रतिमा है. नेपाल के सांगा जिले भक्तापुर में महादेव की सबसे ऊंची मूर्ति है. इस मूर्ति की ऊंचाई करीब 143 फुट है. इस मूर्ति को बनाने का काम साल 2004 में शुरू होकर 2010 में खत्म हुआ था और साल 2011 में इस मूर्ति का अनावरण हुआ था. इस मूर्ति को एक धनराज जैन परिवार ने बनवाया था. मूर्ति को बनने में करीब 11 करोड़ की लागत लगी थी. देश विदेश से कई लोग इस मूर्ति को देखने आते है.
भारत देश में दुर्गा माता की पूजा धूमधाम से बड़े पैमाने पर की जाती है. वही भारत में एक से बढ़ कर एक दुर्गा मंदिर है लेकिन मां दुर्गा की सबसे ऊंची मूर्ति विदेश में है. मॉरीशस के पॉपुलर गंगा तालाब के तट पर दुनिया में दुर्गा माता की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई गई है. इस मूर्ति की ऊंचाई करीब 108 फीट है. इस मूर्ति का निर्माण कार्य साल 2011 में शुरू हुआ था वही साल 2017 में मूर्ति का अनावरण किया गया.
भगवान मुरुगन की सबसे बड़ी प्रतिमा मलेशिया की राजधानी कुआला लम्पूर के गोम्बैक जिले में चूना पत्थर की प्राकृतिक बाटु गुफा के पास स्थित है। भगवान मुरुगन की मूर्ति दुनिया में एक हिंदू देवता की सबसे ऊंची प्रतिमा है और यह मलेशिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह मूर्ति 140 फीट ऊंची है. ये मूर्ति करीब तीन वर्षों के समय के बाद बनी थी. इसकी स्थापना साल 2006 के थाईपुसम उत्सव के समय की गई थी।
कलयुग के सबसे जाग्रत देव हनुमान जी है. भगवान हनुमान को संकट मोचन कहा जाता है. देश विदेश में संकटमोचन की कई प्रतिमाएं है लेकिन विदेश में उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा त्रिनिदाद और टोबैगो द्वीप में है जिसकी ऊंचाई करीब 85 फीट है. इस प्रतिमा के दर्शन करने कई लोग आते है.
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