इन जगहों पर जाना मना है, जानिए भारत की सबसे खतरनाक जगह, जहां कोई भूल के भी जाना नहीं चाहता।
दुनियां रहस्यों से भरी हुई है। इस दुनियां में सरल सी दिखने वाली चीजें भी है तो विचित्र करने वाली पहलियाँ भी है। आपने दुनियां की कई खुबसूरत जगहों के बारे में सुना है। जिनकी जादुई खूबसूरती आपका मन मोह लेती है। जहां जानें का आपका अक्सर मन करता है। वैसे ही कई ऐसी जगह है जिनके बारें में आप सुनेंगे तो डर जाएंगे, और वहां आपका कभी मन नहीं करेगा जाने का। आइए जानते है भारत की ऐसी खूंखार जगहों के बारे में जहां पे भूल के भी आपको नहीं जाना चाहिए।
द्रास
‘गेटवे टू लद्दाख’ के नाम से जाना जाने वाला द्रास भारत की सबसे खतरनाक जगहें में से एक है। यह जमीन से लगभग 10,597 फीट की ऊंचाई पर है, यहां का तापमान अक्सर -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। ठन्डी जगह होने के साथ साथ द्रास आतंकवादियों का बसेरा भी है,जहाँ आये दिन हमले होते रहते है जिस वजह से इसे भारत की जानलेवा जगहें में शामिल किया गया है। इस जगह पर जाना मौत के मुह में जाने के बराबर माना जाता है।
डुमस
गुजरात में स्थित डुमस बीच समुद्री तट और काली रेत के लिए जाना जाता है। अरब सागर के किनारे बसे इस बीच में पहले हिंदुओं के लिए एक शमसान घाट था। कहा जाता है कि जलने के बाद शवों की राख को रेत के साथ मिलाया जाता है। इसलिए, डुमस बीच में गहरे काले रंग की रेत है, जो भारत के किसी भी बीच पर नहीं है। दिन में तो इस बीच पर पर्यटकों और स्थानीय लोगो की काफी भीड़ देखी जाती है। लेकिन रात में यही भीड़ और चहलपहल सन्नाटे में बदल जाती है, रात में यह जगह काफी डरावनी और भयानक हो जाती है। जिस वजह से रात के समय इस बीच पर जाना माना है।रात के समय यहाँ से कई अजीबोगरीब घटनाएँ सामने आई है।
रोहतांग दर्रा
रोहतांग दर्रा भारत की सबसे खतरनाक जगहें में से एक है। रोहतांग दर्रा एक खतरनाक मार्ग के साथ साथ हिमाचल प्रदेश का प्रमुख टूरिस्ट प्लेस भी है, जो खतरों के बाबजूद भी बड़ी संख्या में ट्यूरिस्टों को आकर्षित करता है। रोहतांग का मतलब होता है, ‘लाशों का मैदान’, जिसकी वजह से लोग इसे और भी ज्यादा खतरनाक मानते है। इस दर्रे में जाना खतरे से खाली नहीं है। खराब मौसम की वजह से यहां त्रासदी होती रहती है। सांकरी रोड घुमावदार मोड़, बर्फानी तूफान इसे भारत की सबसे जानलेवा जगहें और भारत की सबसे खतरनाक सड़के में से एक बना देती है।
गुरेज़ घाटी
श्रीनगर से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुरेज़ घाटी, है जो स्वर्ग के जैसी मानी जाती है। यह परिदृश्य, पहाड़ों और नदियों का एक सुंदर मिश्रण है,जो बिलकुल स्वर्ग के सामान है। यह हिमालय की गहराई में स्थित है, और कई यात्री आज भी इस छिपे हुए रत्न से अनजान हैं। इस घाटी को इंडिया के डेंजरस प्लेसेस में भी गिना जाता है जिसका यह है की लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास है। यहाँ ना केवल दुश्मन को खतरा है, होता बल्कि कई बारूदी सुरंगें होने की खबरे भी सामने आती रही हैं। कहाँ जाता है इस इलाके में अभी तक 80 से जाड्या बारूदी सुरंगो की खोज की जा चुकी है।
कुलधरा
भारत की सबसे खतरनाक और जानलेवा जगहें में से एक कुलधरा राजस्थान की एक ऐसी जगह है जो करीब 170 सालों से वीरान पड़ा है। इस गांव में कोई भी इंसान रात में तो छोडिये दिन में भी अकेले जाने की हिम्मत नहीं करता। इस जगह को एक अभिशाप भूमि भी बताया जाता है। जब उस पापी दीवान से अपनी बेटिओं को बचाने के लिए गांव वालो ने इस जगह को खाली किया था तो उन्होंने जाते-जाते श्राप दिया था, कि अब यहां न कोई रह पायेगा न कोई जन्म लेगा। दिल्ली की परनोमल एजेंसी द्वारा कुलधरा गांव में डिटेक्टरों और भूत-बॉक्स में यहाँ के मृत लोगो की आवाज़ रिकॉर्ड की गई है और उन्होंने अपना नाम भी बताया है। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटकों को यहां महिलाओं की चूड़ियों की आवाज़ भी सुनाई दी है।
कोहली हिल्स
कोल्ली हिल्स तमिलनाडु की सबसे खतरनाक पहाड़ी और भारत की सबसे खतरनाक जगहें में से एक है जिसे “मौत का पहाड़” कहा जाता है। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते है यह जगह कितनी जानलेवा हो सकती है। कोल्ली हिल्स में 70 निरंतर हेयरपिन बेंड हैं जो कई बाइकर्स, हाइकर्स और ट्रेकर्स को अट्रैक्ट करते हैं। लेकिन यहां पर रोड एक्सीडेंट अक्सर होते रहते है। कोल्ली हिल्स सड़क संकरी घुमावदार जगहों से भरी है जहाँ सामने से आने वाली बाइक या टैक्सी दिखाई नहीं देती है। इसीलिए यहाँ ट्रेन ड्राईवर ही ड्राइव करते है।
थार डेसर्ट
भारत में लगभग 2,08,110 किलोमीटर थार डेसर्ट को खतरों के लिए भी जाना जाता है। थार रेगिस्तान को खतरनाक जानवरों का घर कहा जाता है। यहां पर ब्लैक कोबरा, सैंड बोआ, सॉ स्केल्ड वाइपर, रैट स्नेक जैसे विषैले सांपों की 20 से अधिक प्रजातियों है,जिनसे यहाँ आने वाले टूरिस्ट को हमेशा खतरा बना रहता है।
बस्तर
नक्सली हमलों के कारण भारत की जानलेवा जगहें में से एक है बस्तर। इस क्षेत्र को बेहद संवेदनशील माना जाता है। बस्तर प्राकृतिक सुंदरता और अद्वितीय आदिवासी संस्कृति का अद्भुद मिश्रण है जिसे अक्सर भारत के छिपे हुए रत्नों में गिना जाता है। बस्तर के घने जंगलों में आये दिन नक्सली हमलों की खबरे सामने आती रहती है इसीलिए यहाँ घूमने जाना भी खतरे के मुह में जाने का बराबर होता है।
सिजू गुफा
गुफा, जिसे “बैट केव” के रूप में जाना जाता है, जो अपने स्टैलेग्मिट्स और स्टैलेक्टाइट्स के लिए प्रसिद्ध है। यह एक चूना पत्थर की गुफा है, जो 4 किलोमीटर से अधिक लंबी है जिसमे पानी भरा हुआ है। इस गुफा के अन्दर जाना काफी जोखिम से भरा होता है क्योंकि इसमें कई पानी की गहराई एक दम से बढ़ जाती है इसके अलावा इसके अन्दर सांस लेने में भी तकलीफ होती है। इसीलिए यदि आप जोखिम लेने के लिए तैयार हो तो ही इस गुफा के अन्दर जाएँ नही तो बाहर से ही इस गुफा को देखें।
चेन्नई-रामेश्वरम रूट
चेन्नई और रामेश्वरम को जोड़ने वाली चेन्नई-रामेश्वरम रूट दुनियां का सबसे खतरनाक रेलवे ट्रेक्स है। इस रूट का सबसे खतरनाक हिस्सा हिंद महासागर के ऊपर बनाया गया पंबन ब्रिज है यह एक 2.3 किमी लंबा पुल है जो 1914 में समुद्र में बनाया गया था। समुद्र से आने वाली लहरे क्रॉसिंग में बाधा उत्पन्न करती है। जिससे ट्रेनों को केवल चार मीटर प्रति सेकंड की गति के लिए मजबूर होना पड़ता है।