KBC 11 के पहले कर्मवीर एपिसोड में दिखेंगी सिन्धुताई सपकाल, अमिताभ बच्चन ने छुए पैर

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“कौन बनेगा करोड़पति” का 11 वा सीजन शुरू हो गया है इस हफ्ते पहला कर्मवीर स्पेशल एपिसोड टेलीकास्ट होगा जिसमे कई समाजसेवी ये क्विज शो खेलते नजर आएंगे।शो के प्रोमो के अनुसार पहले ‘कर्मवीर स्पेशल एपिसोड’ में महाराष्ट्र की वरिष्ठ समाजसेवी सिंधुताई सपकाल आने वाली हैं। जिनका अमिताभ बच्चन पैर छूकर स्वागत करते नजर आने वाले हैं।

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आइये जानते हैं आखिर सिंधुताई कौन हैं, जिसके आगे बिग बी भी नतमस्तक हो गए। सिंधुताई एक मराठी कार्यकर्ता हैं जिन्होंने अपने जीवन मे अनेक समस्याओं के बावजूद अनाथ बच्चों को पालने का कार्य किया है जो उन्हें “माई” (माँ) कहते है ।उन्होने 1050 अनाथ बच्चों को गोद लिया है और उनका सारा खर्च उठाती हैं ।

सिंधु ताई के जीवन की कहानी बेहद दर्दनाक है लेकिन उन्होंने अपनी तकलीफो को पीछे छोड़ अनाथ बच्चो की जिंदगी को रोशन करने का जो जज्बा दिखाया, वो हैरान कर देने वाला है।

महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पिपरी गांव में जन्मीं सिन्धुताई के पिता उन्हें बेटी पसंद नहीं करते थे। 10 साल की उम्र में सिन्धुताई की शादी 30 साल के श्रीहरि सपकाल के साथ कर दी गई। 20 साल की उम्र में जब सिन्धुताई अपने चौथे बच्चे को जन्म देने वाली थी तब उनके पति ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था। वह अपनी और अपनी बच्ची की भूख मिटाने के लिए ट्रेन में गा गाकर भीख मांगने लगी और रात में खुद को और बेटी को सुरक्शित रखने हेतू शमशान मे रहती थी। यही से उन्होंने अनाथ बच्चो को पलने का निर्णय लिया और खुद की बेटी को पुणे, महाराष्ट्र’ ट्र्स्ट मे गोद दे दिया ताकि वे सारे अनाथ बच्चों की माँ बन सके।

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आज सिंधु ताई के घर में 207 दामाद और 36 बहूएँ है। 1000 से भी ज्यादा पोते-पोतियाँ है। उनकी खुद की बेटी वकील है और उन्होने गोद लिए बहोत सारे बच्चे आज डाक्टर, इंजीनियर , वकील है और उनमे से बहोत सारे खुद का अनाथाश्रम भी चलाते हैं। बाद में जब सिंधु ताई के पति 80 साल के हो गए तो वह भी उनके अनाथआश्रम में रहने आए तो सिन्धुताई ने अपने पति को एक बेटे के रूप मे स्वीकार किया ये कहते हुए कि अब वो सिर्फ एक माँ है।

महाराष्ट्र की मदर टेरेसा के नाम से मशहूर सिंधु ताई मात्र चौथी कक्षा तक पढ़ी है मगर आज भी जब वह किसी विषय पर बोलना शुरू करती हैं तो धाराप्रवाह बोलती चली जाती हैं। वैसे वे हिन्दी भी जानती हैं लेकिन बोलना मराठी में ही पसंद करती हैं।ताई कहती हैं कि इस देश में भाषण से राशन मिलता है।

बता दें कि सिंधुताई को राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय समेत अब तक करीब 273 अवार्ड्स मिल चुके हैं । जिसमे “अहिल्याबाई होऴकर पुरस्कार”, समेत राष्ट्रपति द्वारा दिया गया सम्मान भी शामिल हैं। इतना ही नहीं ताई के जीवन पर ‘मी वनवासी’ धारावाहिक व ‘मी सिंधुताई सपकाल’ फिल्म भी बन चुकी है।

दर्शकों ने केबीसी के इस प्रोमो को काफी पसंद किया है । दर्शक भी सिंधुताई को केबीसी में खेलते हुए देखना चाहते हैं ।

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