ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में सिलसिलेवार हुए 8 बम धमाकों में मरने वालों की संख्या 290 पहुंच गई है। मृतकों में छह भारतीय, दो चीनी समेत 33 विदेशी शामिल हैं। 500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
पुलिस के अनुसार फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है परन्तु शुरुवाती जांच पर नेशनल तौहिद जमात (एनजीटी) संगठन का नाम सामने आ रहा है। यह एक इस्लामिक संगठन है जिसका एक धड़ा भारत के तमिलनाडु में सक्रिय है। इसका नाम आतंकी घटनाओं से जुड़ता रहा है। हालांकि शक के आधार पर 24 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
रविवार देर रात को छानबीन के दौरान पुलिस को कोलंबो एयरपोर्ट के पास एयरपोर्ट टर्मिनल जाने वाली सड़क के किनारे पाइप बम मिला। छह फीट लंबे इस बम जिसके पाइप में ऊपर तक बारूद भरा था को एयरफोर्स ने सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर लिया।
चर्च और होटलो में हुए धमाके
पहला धमाका कोलंबो के कोच्चिकड़े स्थित सेंट एंथनी चर्च में हुआ, इसके बाद नेगोंबो के कटुवपिटिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टीकलोआ स्थित चर्च में धमाके हुए। इनके अलावा कोलंबो के फाइव स्टार होटलों शांगरी ला, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रैंड में भी ब्लास्ट हुए। आठ में से ये छह धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8:45 बजे हुए बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए।
ईसाई धर्म के लोग थे निशाने पर
हमलों को अंजाम देने के लिए ईस्टर के मौके को चुना, शुरुवाती तीन हमले चर्च में ही हुए जिससे साफ़ होता हे की उनका निशाना ईसाई धर्म के लोग ही थे।