रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने अमेरिका में एक नई उपलब्धि हासिल की है। 57 वर्षीय नीता जी को न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट के बोर्ड में शामिल किया गया है। वे म्यूजियम की पहली भारतीय मानद (ऑनरेरी) ट्रस्टी बन गई हैं।
म्यूजियम के चेयरमैन डेनियल ब्रॉडस्की ने बताया कि 12 नवंबर को बोर्ड की मीटिंग में नीता अंबानी को चुना गया। नीता अंबानी पिछले कई साल से मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम की प्रदर्शनियों को सपोर्ट कर रही हैं। ये अमेरिका का सबसे बड़ा आर्ट म्यूजियम है।
म्यूजियम के चेयरमैन डेनियल ब्रॉडस्की ने मंगलवार को कहा कि’ नीता अम्बानी की मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट के प्रति प्रतिबद्धता और भारत की कला – संस्कृति बढ़ावा देना वास्तव में असाधारण है नीता अम्बानी से म्यूजियम की कला के अध्यन और प्रदर्शन की क्षतमताओ में काफी इजाफा हुआ है इनका बोर्ड में स्वागत करना खुशी की बात है
वही इतनी बड़ी उपलब्धि पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए नीता जी ने कहा की मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट पिछले कई सालों से इंडियन आर्ट में दिलचस्पी ले रहा है। वैश्विक मंचों पर म्यूजियम की इंडियन आर्ट के प्रति रूचि ने मुझे प्रभावित किया है। मुझे यह सम्मान भारत की विरासत और संस्कृति के लिए मेरे प्रयासों को दुगना करने को प्रेरित करता है
ऐशिया के सबसे अमीर बिज़नेस मेन मुकेश अम्बानी पत्नी नीता अम्बानी रिलायंस फाउंडेशन जरिये भारतीय कला और संस्कृति का दुनियाभर में प्रचार कर रही हैं। वे देश में खेल और विकास की योजनाओं को भी बढ़ावा दे रही हैं।
गौरतलब है कि नीता अंबानी को मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट ने पहले भी सम्मानित किया था। साथ ही नीता अंबानी ‘द मेट्स इंटरनेशनल काउंसिल’ की सदस्य भी हैं। देश की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए रिलायंस फाउंडेशन समय-समय पर प्रयास करता रहा है।
मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम 149 साल पुराना है। यहां दुनियाभर की 5000 साल पुरानी कलाकृतियां भी मौजूद हैं। हर साल लाखों लोग म्यूजियम देखने पहुंचते हैं। इनमें कई अरबपति और सेलेब्रिटी भी होते हैं।