अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में वोटो की गिनती चौथे दिन यानी 8 नवंबर 2020 को समाप्त हो गयी थी. इस चुनाव मे डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था. नेवादा, पेंसिल्वेनिया, जॉर्जिया और एरिज़ोना में बेहतर प्रदर्शन करते हुए जो बाइडेन 50.6 प्रतिशत इलेक्टोरल वोट्स की बढ़त से अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं. वाइट हाउस में कमला हैरिस बाइडेन की डेप्युटी होंगी. तो आइए जानते है जो बाइडेन और कमला हैरिस के बारे मे.
जो बाइडेन का पूरा नाम जोसेफ जो बाइडेन हैं, बाइडेन की उम्र 77 वर्ष की है। जो बाइडेन का जन्म नवंबर 1942 में हुआ था. जो बाइडेन बराक ओबामा के पूर्व उपाध्यक्ष रह चुके हैं और 2020 के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं. बाइडेन ने सिरैक्यूज़ यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लॉ से ग्रेजुएशन करी है हैं. फिर उन्होंने काउंटी परिषद के लिए काफी अभ्यास किया. अमेरिकी सीनेट में रहते हुए, बाइडेन ने न्यायपालिका समिति और विदेशी संबंध समिति में सेवा की, कानून और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में एक महत्वपूर्ण अनुभव का निर्माण किया.
बाइडेन ने अमेरिकी सीनेट में छह कार्यकाल और उपराष्ट्रपति के रूप में दो कार्यकाल के लिए कार्य किया है. वैश्विक संकट के बीच, बाइडेन राष्ट्रपति ट्रम्प के पदभार ग्रहण करने से पहले सेवा में कमी के खिलाफ अपने सरकारी अनुभव का लाभ उठाना चाह रहे हैं. बाइडेन के पास आठ साल की ओबामा नीति का अनुभव भी है.
कमला हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर 1964 को कैलिफोर्निया के ओकलैंड में हुआ था. अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस ने 7 नवंबर 2020, यानि शनिवार को जो बाइडेन के साथ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हरा कर अपना पद हासिल किया है, साथ ही कई नामों को अपने नाम के साथ जोड़ लिया है. जैसे वह पहली महिला, पहली अश्वेत, पहली भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका की पहली एशियाई उप-राष्ट्रपति बन गयी हैं.
कमला ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने के बाद कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय लॉ की डिग्री ली थी. इसके बाद कमला ने अमेरिका के कॉलेज में भाग लिया, कमला ने हावर्ड विश्वविद्यालय में चार साल बिताए, जिसे उसने अपने जीवन के सबसे औपचारिक अनुभवों के बीच वर्णित किया है. कमला ने हॉवर्ड के बाद, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, हेस्टिंग्स में अपनी कानून की डिग्री हासिल की और अल्मेडा काउंटी जिला अटॉर्नी कार्यालय में अपना कैरियर शुरू किया.
बाद में उसने ओकलैंड में एक डिप्टी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (1990-98) के रूप में काम किया, जो कठोरता के लिए ख्याति बटोर रही थी, कमला ने गैंग हिंसा, ड्रग ट्रैफिकिंग और यौन शोषण के मामलों का मुकदमा चलाया था. इसके बाद वह 2003 में सैन फ्रांसिस्को के लिए शीर्ष अभियोजक बनी, 2010 में कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला और पहली अश्वेत व्यक्ति चुनी गईं, जो अमेरिका के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में शीर्ष वकील थीं. हैरिस ने अटॉर्नी जनरल के रूप में अपने लगभग दो कार्यकालों में, डेमोक्रेटिक पार्टी के उभरते सितारों में से एक के रूप में ख्याति प्राप्त करी, उन्हें 2017 में कैलिफोर्निया के जूनियर अमेरिकी सीनेटर के रूप में चुना गया था. अब हैरिस अमेरिका की उप-राष्ट्रपति के रूप में आगे अपना कार्यकाल संभालेंगी.