बीते सोमवार 5 अगस्त को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाये जाने का प्रस्ताव पास हो गया है। जम्मू-कश्मीर के लिए मोदी सरकार के द्वारा लिए इस ऐतिहासिक फैसले से खुश लद्दाख के बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने खुले दिल से इसका स्वागत किया तथा मंगलवार को अनुच्छेद 370 को लेकर लोकसभा में हुई चर्चा के दौरान जोरदार भाषण दिया।
सोशल मीडिया में बीजेपी के युवा सांसद नामग्याल का वीडियो वायरल हो रहा है। सब ये जानना चाहते हैं कि आखिर कौन है ये बीजेपी सांसद?
34 वर्षीय नामग्याल लद्दाख से भाजपा से सांसद हैं। वह भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र लेकिन कम आबादी वाले लद्दाख का प्रतिनिधित्व करते हैं।पहली बार चुनकर संसद में पहुंचे नामग्याल ने अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर चर्चा के दौरान इस अंदाज़ में अपनी बात रखी कि गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उनके मुरीद हो गए.
इसके बाद प्रधानमंत्री ने उनके भाषण का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा “मेरे युवा दोस्त, लद्दाख से सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने जम्मू-कश्मीर पर महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा के दौरान शानदार भाषण दिया। लद्दाख के हमारे भाइयों और बहनों की आंकाक्षा को सुसंगत रूप से प्रस्तुत किया। इसे अवश्य सुना जाना चाहिए।”
नामग्याल का भाषण इतना प्रभाशाली था की लोकसभा में मौजूद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खूब मेजें थपथपाईं। भाषण के दौरान सदन में कई बार ठहाके भी लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी उनकी तारीफ की। वही महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी भाषण ख़तम होते ही उनके पास पहुंची और उनकी तारीफ की। उन्होंने बाद में नामग्याल का भाषण ट्वीट भी किया और लिखा, ‘संसद में उनके साथ काम करके गर्व महसूस हो रहा है। यह भाषण हर भारतीय को सुनना चाहिए।’
कार्यवाही खत्म होने के बाद नामग्याल मोदी से मिलने पहुंचे। मोदी ने भी उनसे गर्मजोशी से हाथ मिलाया और पीठ थपथपाई।
जामयांग सेरिंग नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को जम्मू-कश्मीर के लेह में माथो गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम स्टैनजिन दोर्जी और माता का नाम ईशे पुतित है। जामयांग जम्मू यूनिवर्सिटी से कला संकाय में ग्रेजुएट हैं। जामयांग जम्मू में उस वक्त काफी चर्चा में आए थे, जब वो जम्मू यूनिवर्सिटी के कामयाब स्टूडेंट लीडर बने। वो लद्दाख के छात्र संगठन ऑल लद्दाख स्टूडेंट एसोसिएशन के साल 2011-12 में अध्यक्ष रहे।
सेरिंग ने डॉ सोनम वांगमो से शादी की है। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ लेखक भी हैं वे कविताएं लिखते हैं। उनका एक कविता संग्रह साल 2013 में प्रकाशित हो चुका है। इसके अलावा सेरिंग ने कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे हैं। उन्हें किताबें पढ़ना और लेखन पसंद है।
जामयांग सेरिंग ने लेह से बीजेपी के सदस्य के तौर पर सक्रिय राजनीति में उतरे। लद्दाख से इसके पहले सांसद चुने गए थुपस्तान चेवांग के वो प्राइवेट सेक्रेटरी रहे।
वर्तमान सांसद नामग्याल वर्ष 2015 से 2019 तक लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह में सदस्य रहे हैं। साल 2018 से 2019 तक इसी काउंसिल में चेयरपर्सन का पद संभाल चुके हैं। सिर्फ यही नहीं वे समय-समय पर भाजपा में भी विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। मई 2019 में हुए आम चुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
वह युवाओं से जुड़े मामलों, जैविक खेती और सामाज के लिए कार्य करने में रुचि रखते हैं।