भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेटर के रूप में देश के लिए खेलते तो हमने बहुत देख लिया लेकिन अब हम उन्हें भारतीय सेना में ऑनररी लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में देश की सेवा करते हुए देखेंगे।
दरअसल धोनी आगामी वेस्टइंडीज दौरे पर टीम के साथ नहीं जा रहे हैं उन्होंने दो महीने की छुट्टी ली है। इस दौरान वे सेना में अपनी सेवाएं देंगे। धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधी मिली थी धोनी को यह सम्मान अभिनव बिंद्रा और दीपक राव के साथ दिया गया था। धोनी ने 2015 में आगरा में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली थी जिसमे उन्होंने सेना के पैरा-स्पेशल फोर्सेस के साथ कुछ हथियार चलना और अन्य प्रशिक्षण लिए थे। आगरा के इस प्रशिक्षण शिविर में भारतीय सेना के विमान से पांच पैराशूट प्रशिक्षण कूद (parachute training jumps)पूरी करने के बाद वे qualifier पैराट्रूपर (paratrooper) बन गए।
धोनी पैराशूट रेजीमेंट की 106 पैरा टेरिटोरियल आर्मी बटालियन का हिस्सा हैं। वे 31 जुलाई से 15 अगस्त तक यूनिट के साथ कश्मीर में ट्रेनिंग करेंगे। यह यूनिट विक्टर फोर्स का हिस्सा है। धोनी यहां पेट्रोलिंग, गार्ड और पोस्ट की ड्यूटी संभालेंगे। इस दौरान वे जवानों के साथ ही रहेंगे। धोनी की बटालियन, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में है, वर्तमान में घाटी में तैनात है।इसकी जानकारी सेना ने दी।
सूत्रों के मुताबिक, धोनी को शुरू के तीन दिन बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें फौज के बारे में बताया जाएगा और फायरिंग सिखाई जाएगी। सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल मोहित वैष्णव ने बताया कि धोनी बाकी दिन अलग-अलग जगहों पर जवानों के साथ बिताएंगे। इस दौरान घाटी के युवाओं को प्रेरित करने के लिए धोनी आर्मी के चार गुडविल स्कूलों में जाएंगे, स्टूडेंट्स से बातचीत करेंगे। और कश्मीर की पांच स्थानीय क्रिकेट टीमों से भी मिलेंगे और खिलाड़ियों को करेंगे प्रेरित ।
वैसे तो धोनी एक मानद अधिकारी हैं, लेकिन टीए में अन्य कर्मियों की तरह एक वर्ष में अनिवार्य दो महीने की सेवा करना चाहते है।
महेंद्र सिंह धोनी अक्सर बड़े मौकों पर सेना से प्यार दिखाते आए हैं। कई बार क्रिकेट टूर से छुट्टी होने पर धोनी आर्मी के कैंप में ट्रेनिंग के लिए पहुंच जाते हैं. ना सिर्फ ट्रेनिंग धोनी लगातार सेना के कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी ले चुके हैं।
यहाँ तक की जब महेंद्र सिंह धोनी को भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण से सम्मानित किया गया तो वह सेना में अपने पद की फुल ड्रेस के साथ परेड करते हुए पहुंचे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें सम्मान दिया था।
कई इंटरव्यू में धोनी कह चुके हैं कि क्रिकेट से रिटाटरमेंट के बाद वह सेना के लिए कुछ काम करना चाहेंगे. धोनी का मानना है कि वह खुद को सेना से अलग नहीं कर सकते हैं।
माना जा रहा था कि वर्ल्ड कप-2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार के बाद धोनी क्रिकेट को अलविदा कह देंगे और भारत लौटकर संन्यास का ऐलान कर देंगे। उनके संन्यास को लेकर पिछले काफी समय से अटकलें चल रही हैं। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
कुछ ताज़ा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी रिटायरमेंट लेना चाहते थे, लेकिन विराट कोहली ने उन्हें ऐसा न करने के लिए लिए मनाया। कोहली चाहते हैं कि टीम इंडिया और युवा खिलाड़ियों को अभी माही से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। धोनी आगामी वेस्ट इंडीज दौरे में टीम इंडिया का हिस्सा तो नहीं हैं लेकिन वो अभी रिटायरमेंट नहीं ले रहे है ।