महावीर भगवान का जन्मकल्याणक महोत्सव हर बार की तरह इस बार भी बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया ।आज के वातावरण में निरंतर बढ़ते हुए अपराध,भ्रष्टाचार,अंतरराष्ट्रीय अराजकता और विश्वयुद्ध जैसे माहौल से हमारी मानसिक शांति और सुकून खो चुका है,जिस प्रकार जीवन जीने के लिए हवा,पानी और भोजन की आवश्यकता होती है ,उसी प्रकार स्वस्थ मानसिकता और आत्मिक विकास के लिए जीवन में धर्म की भी आवश्यकता होती है। महावीर भगवान जिन्होंने “जियो और जीने दो,अहिंसा परमो धर्मः और अनेकांतवाद” जैसे अनेक संदेश जन-जन तक पहुंचाए है,…
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