महावीर भगवान का जन्मकल्याणक महोत्सव हर बार की तरह इस बार भी बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया…
ईश्वर उस एहसास का नाम हैजो हमें साहस देता हैकठिनाइयों से जूझने काउन क्षणों में जब हमारी हिम्मत टूट रही…
उम्मीदों की प्यारी दुनियाबच्चों की है न्यारी दुनिया भेद नहीं कुछ जात-धरम काअपनी है ये सारी दुनिया मेरे दिल का…
थोड़े से स्वार्थ कीपूर्ति के लिएइंसान गंवा देता हैभरोसा,सम्मानऔर कई जीवंत रिश्तेऔर फिर भी वह सोचता हैकि उसने मुनाफे का…
मेरी दोनों जहां की दौलत हैमाँ ही दुनिया है माँ ही जन्नत है मेरा ईमान है अक़ीदत हैमाँ का दीदार…
वो बनकर साथ हैं साया हमारातअल्लुक़ है बहुत गहरा हमारा ज़रूरत ही नहीं फिर ज़ेवरों कीअगर हो सादगी गहना हमारा…
उजड़ी हुई रुतों में भी धानी रही हूँ मैं,सहरा में इक बहार सुहानी रही हूँ मैं होंटों पे उनके आयी…
फूल की हर कली महकती है.. जब वो दिल खोलकर के हंसती है .. उसको गम है किसी के जाने…
चल रही है सांस मद्धिम बढ़ रही है रात मद्धिम और बढ़ता जा रहा है गगन में वह एक सितारा…