हिंदी सिनेमा में ट्रेजडी किंग नाम से मशहूर दिलीप कुमार का आज यानी 7 जुलाई को निधन हो गया है। उन्हें पिछले महीने से ही सांस संबंधित समस्याएं हो रही थी, जिसके चलते उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यही पर 98 वर्षीय दिलीप कुमार ने आखिरी सांस ली.
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर, 1922 को पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुआ था लेकिन 1930 में उनका परिवार मुंबई आकर बस गया था. दिलीप कुमार के बचपन का नाम ‘मोहम्मद यूसुफ़ ख़ान था. 1940 में अपने पिता से मतभेद के चलते उन्होंने मुंबई वाले घर को छोड़ दिया और पुणे चले गए. यहाँ उनकी मुलाकात एक कैंटीन के मालिक ताज मोहम्मद शाह से हुई, जिनकी मदद से उन्होंने आर्मी क्लब में एक सैंडविच का स्टॉल लगा लिया. कैंटीन का कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म होने के बाद दिलीप जी 5000 की सेविंग के साथ वापस अपने घर बॉम्बे लौट आये. इसके बाद अपने पिता की आर्थिक मदद करने के लिए दिलीप जी नया काम तलाशने लगे.
इसके बाद साल 1943 में चर्चगेट स्टेशन में दिलीप कुमार की मुलाकात डॉ मसानी से हुई, जिन्होंने उन्हें बॉम्बे टॉकीज में काम ऑफर किया. फिर इसके बाद दिलीप कुमार की मुलाकात बॉम्बे टॉकीज की मालकिन देविका रानी से हुई, जिनके साथ उन्होंने 1250 रुपए सालाना का एग्रीमेंट कर लिया. इसके बाद साल 1944 में उनका फ़िल्मी करियर शुरू हुआ. इस साल उनकी पहली फिल्म ‘ज्वार भाटा’ आयी थी, लेकिन यह फिल्म सफल नहीं रही। दिलीप जी की पहली हिट फ़िल्म “जुगनू” थी जी साल 1947 में रिलीज़ हुई थी. इस फिल्म ने दिलीप कुमार को बॉलीवुड में पहचान दिलाई थी. वही दीदार और देवदास जैसी फ़िल्मों में गंभीर किरदार के लिए मशहूर होने के बाद उन्हें ट्रेजडी किंग कहा जाने लगा था.
दिलीप कुमार ने मुग़ल-ए-आज़म, क्रांति, विधाता, दुनिया, कर्मा जैसी कई सफल फिल्मे की है. दिलीप कुमार ने रमेश सिप्पी की फिल्म शक्ति मे अमिताभ बच्चन के साथ काम किया और इस फिल्म के लिए उन्हे फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से नवाज़ा गया था. वही आपको बता दे कि दिलीप कुमार को आठ फिल्मफेयर अर्वाड मिल चुके हैं। इसके साथ ही सबसे ज्यादा अवॉर्ड जीतने के लिए दिलीप कुमार का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. साल 1998 में दिलीप कुमार की आखिरी फिल्म “क़िला” आयी थी और इसके बाद दिलीप कुमार ने फिल्म इंडस्ट्री से संन्यास ले लिया था.
बॉलीवुड सुपरस्टार दिलीप कुमार की सायरा बानो बहुत बड़ी फैन थी. जब सायरा सिर्फ 12 साल की थी तभी से उन्हें दिलीप कुमार पर बहुत बड़ा क्रश था. दिलीप कुमार को सायरा की मासूमियत बेहद पसंद थी जिस वजह से उन्होंने सायरा को प्रपोज़ किया तो सायरा भी अपने सपनों के राजकुमार को मना ही नहीं कर पाई और दोनों ने साल 11 अक्टूबर 1966 को शादी कर ली थी. वही इन दोनों के बीच उम्र का अंतर काफी ज्यादा था शादी के समय सायरा सिर्फ 22 साल की थी और दिलीप कुमार 44 साल के थे. यह कपल बॉलीवुड का हसीन जोड़ा है, जिनके बीच प्यार की कोई कमी नहीं थी. शादी के कुछ साल बाद 1972 में सायरा बानो पहली बार प्रेग्नेंट हुई थीं। बहुत दुख की बात है कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से आठवें महीने में सायरा जी का बच्चा पेट में ही मर गया था इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं. जिसके बाद बच्चे की चाह में दिलीप कुमार ने साल 1980 में आसमा रहमान से शादी की लेकिन ये शादी 2 साल के बाद टूट गयी. जिसके बाद से सायरा और दिलीप जी एक साथ रहने लगे. दिलीप साहब के आखिरी वक्त में भी उनकी बेगम सायरा बानो साए की तरह उनके साथ रहीं।