बॉलीवुड एक्ट्रेस और पूर्व मिस यूनिवर्स रह चुकी सुष्मिता सेन वैसे तो बड़े पर्दे से दूर है लेकिन वो वेब सीरीज में काम कर रही है जिसको लेकर चर्चा में रहती है. सुष्मिता वेब सीरीज ‘आर्या’ में अपना दमदार परफॉर्मेंस देने के बाद अब जल्द ही एक नयी वेब सीरीज में नज़र आने वाली है. सुष्मिता सेन की नई वेब सीरीज का नाम ताली है वही इस सीरीज से सुष्मिता का पहला लुक रिलीज कर दिया है, जिसमे सुष्मिता ट्रांसजेंडर के रूप में नज़र आयी. दरअसल ताली वेब सीरीज ट्रांसजेंडर गौरी सावंत की जीवनी पर आधारित है और सुष्मिता ट्रांसजेंडर गौरी सावंत का किरदार निभाने वाली है.
सुष्मिता सेन का जब से फिल्म ताली से ट्रांसजेंडर गौरी सावंत के किरदार में लुक सामने आया है तब से फैंस गौरी सावंत के बारे में जानना चाहते है. गौरी सावंत एक सोशल वर्कर हैं जो सालों से किन्नरों के हितों के लिए काम कर रही हैं। गौरी का जन्म मुंबई के दादर में एक मराठी परिवार में हुआ था. गौरी सावंत के माता पिता ने उनका नाम गणेश नंदन रखा था। गौरी जब सात साल की थीं, तभी उनकी मां का निधन हो गया था जिसके बाद उनकी दादी ने उन्हें पाल-पोसकर बड़ा किया। गौरी के पिता एक पुलिस अफसर थे।
गौरी को अपने ट्रांसजेंडर होने का अंदाज़ा नहीं थी लेकिन गौरी धीरे-धीरे लड़कों की तरफ आकर्षित हो रही थीं और जब उन्हें इस बारे में पता चला तो वो अपने पिता को नहीं बता पाई थी। उनके बड़े होने पर उनके परिवार वालों ने भी उन्हें नहीं स्वीकार किया. जिस वजह से गौरी ने अपना घर छोड़ दिया. घर छोड़ने के बाद ही गौरी ने अपना नाम बदला था और वो वेजिनोप्लास्टी करवा कर हमेशा के लिए गौरी सावंत बन गईं। गौरी के घर छोड़ने के बाद उनके पिता ने जीते जी उनका अंतिम संस्कार कर दिया था.
घर छोड़ने के बाद उनका जीवन काफी कठिन रहा क्योंकि उन्होंने महज 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था. शुरू में उनके पास न तो सिर पर छत थी और न ही उनके पास पेट भरने को खाना होता था, मुश्किलों में भी उन्होंने हिम्मत हारे बिना हर मुश्किल का डटकर सामना किया. गौरी सावंत ने हमसफर ट्रस्ट की मदद से खुद को बदला था. वही साल 2000 में गौरी ने दो अन्य लोगों की मदद से ‘सखी चार चौघी’ नामक एनजीओ की स्थापना की और तब से सभी किन्नरों के हितों के लिए काम कर रही हैं. इस एनजीओ के जरिए गौरी घर से भागे ट्रांसजेंडर लोगों की मदद करती हैं।
गौरी सावंत ने ही किन्नरों को कानूनी मान्यता दिलाई है. साल 2009 में गौरी ने किन्नरों को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए कोर्ट में हलफनामा दायर किया था और नाज़ फाउंडेशन ने गौरी की अपील को बढ़ाया। इसे नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी ने जनहित याचिका का रूप दिया था और इस याचिका पर सुनवाई करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर कानून को मान्यता दी। गौरी ने समाज में ट्रांसजेंडर्स को मान सम्मान दिलाने का खूब काम किया है.
गौरी सावंत भारत की पहली ट्रांसजेंडर मदर है, गौरी ने एक बेटी को गोद ले रखा है, गायत्री की मां की एड्स से मृत्यु के बाद गौरी ने साल 2018 में गायत्री नाम की एक लड़की को गोद लिया था। साल 2017 में, गौरी को विक्स के एक विज्ञापन में दिखाया गया था, जिसमें गौरी और उनकी गोद ली हुई बेटी की कहानी दिखाई गई थी और दर्शकों ने इस विज्ञापन को खूब पसंद किया था.
वही आपको बता दे कि गौरी सावंत देश की पहली ट्रांसजेंडर इलेक्शन एंबेसडर हैं। वही साल 2014 में वो देश की इकलौती ऐसी ट्रांसजेंडर बनीं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसजेंडर के जरिए बच्चों को गोद लेने के अधिकार के लिए याचिका दायर की थी. गौरी सावंत महाराष्ट्र में चुनाव आयोग की सद्भावना दूत भी रह चुकी हैं.
बात करे सुष्मिता सेन की तो उन्हें ये किरदार बहुत पसंद आया है. सुष्मिता को जब वेब सीरीज के लिए अप्रोच किया गया था तो उन्हें ट्रांसजेंडर गौरी का किरदार बहुत पसंद आया था. इस सीरीज में गौरी के जीवन के बारे में काफी कुछ देखने को मिलेगा वही उनके द्वारा गोद ली गई बच्ची की और उनके रिश्ते की कहानी भी बताई जाएगी. इसके साथ ही एक्ट्रेस सुष्मिता सेन इस तरह का किरदार पहली बार निभाने वाले है जिसके लिए वो काफी उत्साहित है.