ज्योतिष शास्त्र में मान्यता प्राप्त पाँच मुख्य रत्न (Navaratna) हैं, जिन्हें पहनने से कहा जाता है कि वे किसी की किस्मत को सुधार सकते हैं। रत्नों का पहनना और इनका उपयोग किसी की किस्मत को सुधारने की प्रक्रिया में एक कारगर तकनीक हो सकती है, लेकिन इस पर विश्वसनीयता की दृष्टि से विचार करना हमेशा उचित है। यह अनुभव और धार्मिक आस्था पर आधारित होता है। ये रत्न निम्नलिखित हैं:
माणिक्य (Ruby): माणिक्य को अग्नि तत्व का रत्न माना जाता है और यह चंद्रमा के लिए शुभ है। माणिक्य को पहनने से आत्मविश्वास बढ़ता है और यह लोगों को संबल, स्वास्थ्य और यश में मदद कर सकता है।
मोती (Pearl): मोती को चंद्रमा का रत्न माना जाता है और इसे सागर से प्राप्त किया जाता है। मोती पहनने से मानसिक शांति, भाग्य, और विवाहित जीवन में सुख-शांति मिल सकती है। कर्क, मीन राशि वालों के लिए ये रत्न पहनना चमत्कारी साबित हो सकता है.
माणिक (Coral): माणिक को मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है और इसे समुद्र से प्राप्त किया जाता है। माणिक पहनने से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और यह लोगों को उत्साही बना सकता है। मेष, वृषभ राशि वालों के लिए ये रत्न लाभदायक है.
पुखराज (Yellow Sapphire): पुखराज को गुरु ग्रह का रत्न माना जाता है और यह ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे पाया जाता है। पुखराज पहनने से बुद्धि, धन, और शिक्षा में वृद्धि हो सकती है। मेष, सिंह राशि वालों के लिए ये रत्न कारगर साबित हो सकता है.
नीलम (Blue Sapphire): नीलम को शनि ग्रह का रत्न माना जाता है और यह श्रीलंका, थाईलैंड, और भारत में पाया जाता है। नीलम पहनने से कार्यशीलता, स्थिरता, और समृद्धि में मदद हो सकती है। मकर, कुंभ राशि वालों के लिए ये रत्न धारण करना शुभ होगा.