शादी के बाद बबीता फोगट और विवेक सुहाग ने दिल्ली में दिया रिसेप्शन, पहुंचे कई नेता

babita vivek wedding reception

दंगल गर्ल के नाम से मशहूर अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान बबीता फौगाट भारत केसरी पहलवान विवेक सुहाग के साथ 1 दिसंबर को शादी के बंधन में बंध गयी है। बबिता और विवेक ने सात फेरों की बजाय आठ फेरे लेकर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया।

शादी के बाद विवेक और बबिता ने 2 दिसंबर को दिल्ली में रिसेप्शन दिया जिसमे हजारों की तादाद में लोग वर- वधू को आशीर्वाद देने पहुंचे। इनमें न सिर्फ दिल्ली बल्कि हरियाणा के विभिन्न इलाकों से भी आए काफी लोग शामिल थे।

Babita-Vivek-reception

नजफगढ़ के पपरावट गांव स्थित प्रधान फार्म हाउस में आयोजित रिसेप्शन में वर- वधू को बधाई देने वालों में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, क्षेत्रीय सांसद प्रवेश वर्मा, हरियाणा के रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए । इसके अलावा कई स्थानीय नेता भी नव विवाहित दम्पति को आशीर्वाद देने पहुंचे थे ।

शादी में किसी भी तरह की फिजूल खर्ची न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए शादी की रस्मे बबिता के गांव बलाली में बड़े ही साधारण तरीके से संपन्न हुई।विवेक केवल 21 लोगों के साथ लेकर ‘दंगल गर्ल’ को ब्याहने पहुंचे। बबीता के लग्न में एक रुपया दिया गया है और शादी बिन दहेज के संपन्न हुई है। न बैंड बाजा आया और न ही डीजे बजा। इस शादी समारोह में परिवार के अलावा कई विदेशी पहलवान भी मौजूद रहे ।

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अंतरराष्ट्रीय पहलवान बबीता फौगाट की विवेक सुहाग से पहली मुलाकात सोनीपत स्थित साईं सेंटर में कुश्ती खिलाड़ियों के लिए लगे एक राष्ट्रीय शिविर के दौरान वर्ष 2014 में हुई थी। विवेक बताते हैं कि पहली मुलाकात में ही उन्हें बबीता की सादगी बहुत पसंद आई वही विवेक का स्ट्रैट फॉरवर्ड नेचर होते हुएभी लोगो की रेस्पेक्ट करने वाला नेचर पसंद आया। धीरे धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदली। इसके बाद दोनों ने अपने-अपने परिवार से रिश्ते को लेकर बात की और शादी करने की इच्छा जताई।इसी साल दो जून को दोनों के परिवारों ने इस रिश्ते को मंजूरी दे दी थी।

विवेक सुहाग झज्जर जिले के गांव मातनहेल के मूल निवासी हैं। विवेक अब दिल्ली के नजफगढ़ में रह रहे हैं। भारत केसरी खिताब जीत चुके पहलवान विवेक फिलहाल भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं।

बबीता फोगाट ने हरियाणा पुलिस में एसआई की नौकरी छोड़कर अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव में दादरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। भाजपा ने उन्हें टिकट देकर चुनाव में उतारा था लेकिन वे चुनाव हार गई थी। बबिता का कहना है की शादी के बाद भी वो राजनीती और रेसलिंग नहीं छोड़ेगी और राजनीती में रहते हुए लोगो की भलाई के लिए काम करती रहेगी।

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