मेरी दोनों जहां की दौलत है
माँ ही दुनिया है माँ ही जन्नत हैमेरा ईमान है अक़ीदत है
माँ का दीदार भी इबादत हैमाँ तेरे बिन वजूद क्या मेरा
मेरा होना तेरी बदौलत हैमुश्किलों का नहीं मुझे कुछ ख़ौफ़
मेरे सर पर दुआओं की छत हैमुश्किलों में वो सर पे माँ का हाथ
सपना जैन
सब दवाओं से बढ़ के राहत है