माँ ही दुनिया है

माँ ही दुनिया है

मेरी दोनों जहां की दौलत है
माँ ही दुनिया है माँ ही जन्नत है

मेरा ईमान है अक़ीदत है
माँ का दीदार भी इबादत है

माँ तेरे बिन वजूद क्या मेरा
मेरा होना तेरी बदौलत है

मुश्किलों का नहीं मुझे कुछ ख़ौफ़
मेरे सर पर दुआओं की छत है

मुश्किलों में वो सर पे माँ का हाथ
सब दवाओं से बढ़ के राहत है

सपना जैन

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