थोड़े से स्वार्थ की
सपना जैन
पूर्ति के लिए
इंसान गंवा देता है
भरोसा,
सम्मान
और कई जीवंत रिश्ते
और फिर भी वह सोचता है
कि उसने मुनाफे का सौदा किया …!
थोड़े से स्वार्थ की
सपना जैन
पूर्ति के लिए
इंसान गंवा देता है
भरोसा,
सम्मान
और कई जीवंत रिश्ते
और फिर भी वह सोचता है
कि उसने मुनाफे का सौदा किया …!