शकुंतला देवी के रोल में विद्या बालन का फर्स्ट लुक रिलीज़, जाने क्यों कहते है इन्हे ह्यूमन कंप्यूटर

Shakuntala Devi

अपनी एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने वाली एक्ट्रेस विद्या बालन हाल ही में रिलीज फिल्म मिशन मंगल की दो सौ करोड़ रुपये से ऊपर की कमाई का जश्न मन रही है। मिशन मंगल में साइंटिस्ट के रोल में अपनी ऐक्टिंग परफॉर्मेंस को लेकर जमकर तारीफें पाने वाली विद्या बालन अपनी नई फिल्म की तैयारी में जुट गई हैं। गणित की जादूगर शकुंतला देवी पर बन रही फिल्म से विद्या का फर्स्ट लुक और फिल्म का टीजर रिलीज हो गया है।

इस फर्स्ट लुक में विद्या शॉर्ट बॉब हेयर और साड़ी में हूबहू शकुंतला देवी की तरह नजर आ रही हैं। फिल्म के टीजर में शकुंतला देवी का इंट्रोडक्शन दिया गया है. साथ ही उनके हुनर का परिचय भी है।

कौन है ये शकुंतला देवी?

शकुंतला देवी भारत की ऐसी इंस्पायरिंग महिला रहीं जो ह्यूमन कंप्यूटर और मेंटल कैलकुलेटर के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर हैं। बहुत ही छोटी उम्र से अपनी काबिलियत और दिमाग से दुनिया में तहलका मचा देने वाली शकुंतला देवी गणित के सवाल हल करने में कंप्यूटर और कैलकुलेटर को भी मात दे देती थी। शकुंतला का नाम इसी रफ्तार के लिए गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज है। और पूरे विश्व में उन्हें मैथ जीनियस के नाम से जाना गया।

शकुंतला देवी का जन्म 4 नवंबर, 1939 को बेंगलुरु में हुआ था। शकुंतला के पिता एक सर्कस कलाकार थे, उन्होंने शकुंतला को ताश के पत्तों के जरिए गणित की दुनिया से रू-ब-रू कराया। शकुंतला में बचपन से गजब की स्मरण शक्ति थी। तीन साल की कम उम्र में ही वो बड़ी से बड़ी संख्या का सेकेंडों में गुणा, भाग, घटाना या जोड़ना तुरंत जुबानी कर दिखाती थीं। उनकी इस क्षमता से लोग दंग रह जाते थे।

उन्हें बचपन में कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिली थी जब पिता को बेटी की इस क्षमता के बारे में पता चला तो उन्होंने सर्कस छोड़ शकुंतला देवी पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करना शुरू कर दिया। जब वह सिर्फ 6 साल की थीं, तब उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूर में परफॉर्म किया था। इससे शकुंतला को लोकप्रियता मिलनी शुरू हो गई।13 डिजिट के मल्टीप्लिकेशन से लेकर किसी भी नंबर का क्यूब रूट निकालना, उनके लिए बच्चों का खेल था।

Shakunlata Devi

शकुंतला देवी ने उस जमाने में मैथ की वंडर गर्ल कहा जाने लगा जब दुनिया में कैलकुलेटर या कंप्यूटर के बारे में कोई नहीं जानता था इसीलिए जब कंप्यूटर का प्रचलन शुरू हुआ तो उन्हें मानव कंप्यूटर का नाम भी दे दिया गया।

इस फिल्म का निर्देशन अनु मेनन कर रही हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अनु ने कहा कि वे शकुंतला देवी से हमेशा प्रभावित रही थीं. अनु का मानना है कि शकुंतला देवी एक एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी महिला थीं, जो समय से आगे और खुद के उसूलों पर चलती थीं। विद्या ने भी शकुंतला देवी बायोपिक के प्रति काफी उत्साहित है उन्होंने कहा था- मुझे उनकी आकर्षक पर्सनैलिटी और जिंदगी ने अपनी ओर आकर्षित किया.

रिपोर्ट्स के अनुसार इस फिल्म की शूटिंग लंदन में शुरू होने जा रही है। इस फिल्म में विद्या शकुंतला देवी के 20 की उम्र से लेकर करियर के अंत तक का किरदार निभाने वाली हैं। विद्या ने फिल्म साइन करने के बाद चार महीने तक इस फिल्म के लिए अपनी रिसर्च की ताकि वह इस किरदार में खुद को पूरी तरह से ढाल सकें।

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